सन्मार्ग संवाददाता
अलीपुरदुआर : एक महिला के शव को करीब डेढ़ किलोमीटर तक कंधों पर ढोकर घर तक ले जाया गया। घटना अलीपुरदुआर जिले के दो नंबर ब्लॉक के नामा यशोदंगा इलाके की है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा से लौटने के क्रम में सड़क हादसे का शिकार होकर अलीपुरदुआर जिले के सामुकतला थाना क्षेत्र के नामा जसोडांगा क्षेत्र की गृहिणी पूर्णिमा विश्वास की मौत हो गई। शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद महिला का शव को घर ले जाने में परिजनों को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा। पड़ोसियों ने शव को करीब डेढ़ किलोमीटर तक कंधे पर लादकर घर पहुंचाया। आरोप है कि महिला के गांव में पक्की सड़क नहीं है, आम लोगों के चलने लायक सड़क की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा बाइक या चार पहिया वाहन तो दूर की बात पैदल चलना भी मुश्किल है। शुक्रवार को अलीपुरदुआर जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद महिला के शव को उसके गांव ले जाया गया। सड़क खराब होने के कारण शव ले जा रहे वाहन के चालक ने डेढ़ किलोमीटर पहले ही शव को उतार दिया। शव को डेढ़ किलोमीटर तक कंधे पर ढोया गया जिससे मृतिका के परिजन परेशान हो गये। इसको लेकर गांव वासियों ने व्यापक नाराजगी व्यक्त की है। इस विषय पर स्थानीय निवासियों में से रवि विश्वास ने कहा कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी अलीपुरदुआर में आए हुए थे, प्रधानमंत्री को देखने के लिए महिला वहां गई हुई थी, लेकिन कार्यक्रम से लौटने के क्रम में महिला के साथ यह घटना हुई। इससे भी दुर्भाग्य की बात है कि दक्षिण शिवकाटा और नामा जसोडांगा हमारे गांव में कोई विशेष सड़क नहीं है, रास्ते में जगह-जगह गड्ढे रहते हैं, चारपहिया वाहन तो दूर की बात है बाइक भी नहीं चल सकती है। हमारे क्षेत्र में विकास सिर्फ नाम का होता है जिसका नतीजा आज सबके सामने है कि मर जाने के बावजूद महिला को एक से डेढ़ किलोमीटर कंधे पर घर पहुंचाया गया। इस बीच नरेंद्र मोदी की सभा में जाने के क्रम में सड़क हादसे का शिकार होकर गृहिणी की मौत की खबर सुनकर अलीपुरदुआर के सांसद मनोज तिग्गा, कुमारग्राम के विधायक मनोज कुमार उरांव और भाजपा जिला अध्यक्ष मिठु दास भी मृतका के परिजनों से मिलने पहुंचे। सांसद विधायक व नेताओं को भी मृत महिला के घर तक पहुंचने के लिए डेढ़ किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। सांसद और विधायक के समक्ष मृत महिला के परिजन रोने बिलखने लगे। सांसद और विधायक ने परिवार के परिजनों से बातचीत की और सहानुभूति व्यक्त करते हुए परिस्थिति में साथ खड़े रहने का वादा किया।