नई दिल्ली - ग्लोबल ट्रैवल टेक कंपनी OYO अपनी पैरेंट कंपनी का नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू कर रही है। इसके लिए ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने ओरावेल स्टेज़, जो कि कंपनी की मूल इकाई है, के लिए नए नाम के सुझाव मांगे हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, OYO प्रीमियम कैटेगरी में अपनी पेशकशों को बढ़ाने की योजना बना रही है। यह कदम कंपनी की रणनीति का हिस्सा है, क्योंकि OYO आने वाले समय में अपना IPO लॉन्च करने की तैयारियों में जुटी हुई है।
3 लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा
खबर के मुताबिक, रणनीति से परिचित लोगों ने कहा कि बहुत संभावना है कि सुझाए गए नाम की इस प्रक्रिया के जरिए चुना गया नाम उस प्रीमियम होटल ऐप का नाम हो सकता है, जिसे OYO निकट भविष्य में लॉन्च करने पर काम कर रहा है। विजेता को 3 लाख रुपये का पुरस्कार देने के साथ-साथ उनसे मिलने का मौका भी दिया जाएगा। अग्रवाल ने "नई पहचान" बनाने में मदद के लिए नाम के सुझाव मांगने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म का सहारा लिया।
रितेश अग्रवाल ने पोस्ट में क्या लिखा
सोशल मीडिया पर रितेश अग्रवाल ने कहा कि वे अपनी मूल कंपनी का नाम बदल रहे हैं, जो सिर्फ एक होटल चेन या उपभोक्ता उत्पाद नहीं है, बल्कि एक ऐसी कंपनी है जो शहरी नवाचार और आधुनिक जीवन के ग्लोबल इकोसिस्टम को सपोर्ट करती है। उनका मानना है कि अब समय आ गया है कि दुनिया को एक नया, वैश्विक ब्रांड मिले जो भारत में बना हो, लेकिन पूरी दुनिया के लिए हो। अग्रवाल ने बताया कि नया नाम एक साहसिक, एक शब्द का कॉर्पोरेट नाम होना चाहिए, जो वैश्विक अनुभव दर्शाए, किसी खास संस्कृति या भाषा से बंधा न हो, तकनीकी रूप से उन्नत, तेजतर्रार, लेकिन साथ ही मानवीय और यादगार भी हो। यह नाम आतिथ्य के क्षेत्र से आगे बढ़कर और भी व्यापक हो और इसका .com डोमेन भी उपलब्ध होना चाहिए।
आईपीओ लाने की हो रही तैयारी
ओयो ने जून महीने में अपने प्रमुख निवेशक सॉफ्टबैंक के लंदन स्थित ग्रोसवेनर स्ट्रीट कार्यालय में एक अहम प्रेजेंटेशन के लिए पांच निवेश बैंकों को बुलाया है, जो कंपनी के सार्वजनिक लिस्टिंग के रास्ते को तय कर सकता है। ओयो इस वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में अपना IPO लॉन्च करने की योजना बना रही है। सूत्रों के अनुसार, ओयो प्रीमियम होटलों और मिड-मार्केट से लेकर प्रीमियम कंपनी-सेवा होटलों के लिए एक अलग ऐप लाने पर भी गंभीरता से विचार कर रही है, क्योंकि इस सेगमेंट ने भारत के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर भी तेज़ी से विकास किया है।