कोलकाता : प्राथमिक टेट पास डीएलएड अभ्यर्थियों ने गुरुवार को विकास भवन के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उनकी मुख्य मांग थी कि प्राथमिक विद्यालयों में 50,000 रिक्त पदों पर जल्द से जल्द नियुक्ति की जाए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 2017 के बाद से उन्हें नियुक्ति नहीं मिली है, जिससे वे परेशान हैं। जब प्रदर्शनकारी विकास भवन के बाहर इकट्ठा हुए और नारेबाजी शुरू की तो पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जो जल्द ही झड़प में बदल गई। पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाने की कोशिश की, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
एसएससी भर्ती रद्द होने से बढ़ा गुस्सा
इस विरोध प्रदर्शन का एक प्रमुख कारण सुप्रीम कोर्ट का हालिया आदेश भी रहा, जिसके तहत 2016 एसएससी परीक्षा के आधार पर दी गई 26,000 नौकरियां (25,752 पद) रद्द कर दी गईं। इसके बाद टेट 2022 पास अभ्यर्थियों ने भी अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन तेज कर दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार लगातार कह रही है कि बड़ी संख्या में नौकरियां उपलब्ध हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो रहा कि इनमें प्राथमिक शिक्षकों के लिए कितनी रिक्तियां हैं। एक अभ्यर्थी ने कहा कि 2022 में परीक्षा हुई, परिणाम भी आ गया लेकिन अब तक कोई भर्ती नहीं हुई। हमें जल्द से जल्द नियुक्ति चाहिए। गौरतलब है कि करीब पांच साल बाद राज्य में प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा दिसंबर 2022 में आयोजित की गई थी। परीक्षा परिणाम भी समय पर प्रकाशित किया गया लेकिन उस पैनल से कोई नियुक्ति नहीं की गई। पता चला है कि कई कानूनी जटिलताओं के कारण भर्ती प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है। प्रदर्शनकारियों का कहना है जब तक उन्हें नियुक्ति नहीं मिलती, वे अपनी मांगों के लिए लड़ाई जारी रखेंगे।