सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न स्टाफ पदों जैसे जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर ( जीडीएमओ), नर्स, फार्मासिस्ट और तकनीशियनों की भर्ती के लिए डिजिटल या कंप्यूटरीकृत परीक्षा कराने हेतु आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को जिम्मेदारी दी है।
भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए कदम
स्वास्थ्य विभाग में भर्ती को लेकर लगातार अनियमितताओं की शिकायतें आ रही थीं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया, "पहले भर्ती केवल इंटरव्यू के आधार पर होती थी, जिससे कई तरह की गड़बड़ियों की आशंका बनी रहती थी। शिकायतें भी बहुत मिलीं। इसलिए भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए अब परीक्षा ऑनलाइन मोड में कराई जाएगी।"
टीसीएस के साथ नई भर्ती योजना
राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मुख्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने पुष्टि की कि भर्ती प्रक्रिया के लिए टीसीएस को नियुक्त किया गया है। इस डिजिटल भर्ती के जरिए लगभग 6,545 खाली पद भरे जाएंगे। 60,000 से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया है।
भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष का बयान
राज्य स्वास्थ्य भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष सुदीप्तो रॉय ने बताया, "पहली बार डिजिटल प्रणाली का उपयोग किया जाएगा। परीक्षा की तिथियां जल्द तय होंगी और प्रक्रिया दिसंबर तक पूरी करने की योजना है। परीक्षा के बाद योग्य उम्मीदवारों का इंटरव्यू होगा।" जीडीएमओ के 1,227 पदों के लिए 8,500 आवेदन आए हैं। नर्सिंग स्टाफ के 5,018 पदों के लिए लगभग 50,000 आवेदन हुए हैं। फार्मासिस्ट और तकनीशियन के 300 पदों के लिए भी भर्ती होगी।
संगठन की प्रतिक्रिया
प्रोग्रेसिव हेल्थ एसोसिएशन की सचिव कारबी बोरेल ने कहा, "हमने जनवरी से स्वास्थ्य विभाग में भर्ती घोटालों पर आवाज उठाई है। अब जब भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन हो रही है, तो हमें उम्मीद है कि पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।"
इस नई पहल से स्वास्थ्य विभाग में भर्ती प्रक्रिया अधिक निष्पक्ष और पारदर्शी बनने की उम्मीद जताई जा रही है।