कोलकाता: टीएमसी के भीतर SIR प्रक्रिया को लेकर संगठनात्मक सख्ती अब खुलकर सामने आ रही है। पार्टी की हालिया बैठक में तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने साफ संदेश दिया था —काम नहीं कर पाए तो पद पर बैठकर कुर्सी गर्म करने की कोई जरूरत नहीं।
सूत्रों के अनुसार, जिन नेताओं को विभिन्न क्षेत्रों में एसआईआर प्रक्रिया में फॉर्म जमा कराने की जिम्मेदारी दी गई थी, उनके कामकाज का विश्लेषण जारी है। अभिषेक बनर्जी यह पूरी रिपोर्ट 6 दिसंबर को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सौंपेंगे। इसी रिपोर्ट से स्पष्ट हो जाएगा कि किस विधानसभा क्षेत्र के बूथों में किस नेता ने कैसा काम किया। प्रदर्शन खराब होने पर सख्त कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। इससे टीएमसी के भीतर नेताओं में बेचैनी बढ़ गई है।
एसआईआर में एन्यूमरेशन फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 4 दिसंबर है। अभिषेक बनर्जी बार-बार जोर दे चुके हैं कि यह फॉर्म 100% जमा होना चाहिए, क्योंकि फॉर्म न देने पर भविष्य में मतदाता सूची से नाम हटने का खतरा रहता है। वहीं, फॉर्म जमा होने पर सुनवाई के समय लोगों को मदद देना आसान होगा।
हालांकि कई जिलों में फॉर्म जमा होने की दर बेहद कम है। इसी कारण 11 मंत्रियों सहित 14 नेताओं को जिलेवार जिम्मेदारी सौंपी गई है। अभिषेक की टीम लगातार जिलों में सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों के कामकाज की निगरानी कर रही है। 6 दिसंबर को सामने आने वाली रिपोर्ट कई नेताओं की राजनीतिक किस्मत तय कर सकती है।