कोलकाता: दुर्गापूजा के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा लगाए जाने वाले किताबों के स्टालों को इस बार भारी बारिश की वजह से नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। बंगाल के प्रमुख त्योहार दुर्गापूजा में पक्ष-विपक्ष सभी राजनीतिक पार्टियों की तरफ से बड़े पैमाने पर बुक स्टाल लगाए जाते हैं। हालांकि टीएमसी इस नुकसान की आशंका को कम करके देख रही है, लेकिन वामपंथी दलों का कहना है कि बारिश के कारण कई पुस्तकें खराब हो गई हैं, जिससे स्टालों तक किताबों की आपूर्ति प्रभावित होने वाली है।
कोलकाता के कॉलेज स्ट्रीट इलाके में हुई अतिवृष्टि ने खासकर किताबों की आपूर्ति में बाधा डाली है। सीपीएम के साप्ताहिक और दैनिक मुखपत्र के शारदीय अंक जो प्रिंटिंग प्रेस में था, वहां जलभराव के कारण कई पांडुलिपियाँ भीग गईं। इसके कारण प्रकाशन कार्य भी प्रभावित हुआ। सीपीएम के कोलकाता जिला सचिव कल्लोल दासगुप्ता ने बताया कि विभिन्न प्रकाशकों से मिलने वाली किताबों की संख्या 15 से 25 प्रतिशत तक कम हो सकती है।
तृणमूल कांग्रेस भी कोलकाता के विभिन्न वार्डों में अपने बड़े-बड़े बुक स्टाल लगाती है। यहां पार्टी के मुखपत्र के शारदीय अंक के अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लेखन और प्रतिष्ठित कवि-साहित्यकारों की पुस्तकें भी मिलती हैं। टीएमसी के प्रवक्ता अरूप चक्रवर्ती ने बताया कि यद्यपि कुछ स्टालों से किताबें पहले ही सुरक्षित निकाल ली गयी हैं, लेकिन कॉलेज स्ट्रीट जैसे प्रमुख पुस्तक बाजार में कई प्रकाशन संस्थानों को नुकसान उठाना पड़ा है, जिससे बाद में किताबों की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।
भाजपा और उससे जुड़े संगठनों के भी इस दौरान कई बुक स्टाल लगाए जाते हैं, लेकिन इस बार उनकी संख्या और स्थिति स्पष्ट नहीं है। कुल मिलाकर, इस वर्ष की भारी बारिश ने दुर्गापूजा के दौरान बुक स्टालों पर पुस्तकों की आपूर्ति और व्यवस्था को चुनौतीपूर्ण बना दिया है।