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'लोगों को सरकार से भीख मांगने की आदत पड़ गई'- BJP मंत्री ने दिया बड़ा बयान

कांग्रेस ने जताया विरोध

नई दिल्ली - अब तो लोगों में सरकार से मदद मांगने की आदत पड़ गई है। जब नेता आते हैं, तो उन्हें ढेर सारे आवेदन सौंप दिए जाते हैं। मंच पर स्वागत किया जाता है, माला पहनाई जाती है, और फिर पत्र थमा दिए जाते हैं... लेकिन यह सही तरीका नहीं है। लेने की मानसिकता छोड़कर देने की सोच अपनाइए। मैं पूरे विश्वास से कहता हूं कि इससे न सिर्फ आप खुद संतुष्ट और खुश रहेंगे, बल्कि एक संस्कारवान समाज के निर्माण में भी योगदान दे सकेंगे।

मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि समाज को मजबूत बनाने के लिए आत्मनिर्भरता जरूरी है, न कि मदद के लिए हाथ फैलाने की आदत। भिखारियों की संख्या बढ़ाने से समाज मजबूत नहीं होता, बल्कि यह उसे कमजोर करता है। उन्होंने यह बयान सुठालिया में वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की प्रतिमा के अनावरण समारोह के दौरान दिया। उनके इस बयान पर कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताया है।

मंत्री ने जनता के मांग पत्रों को भीख के समान बताया। उन्होंने कहा कि अब लोगों को सरकार से मांग करने की आदत पड़ गई है। जब कोई नेता आता है, तो उसे ढेर सारे आवेदन सौंप दिए जाते हैं। मंच पर स्वागत कर माला पहनाई जाती है और साथ ही मांग पत्र भी थमा दिए जाते हैं।

युवाओं को लेकर कही बड़ी बात

मंत्री ने अपनी नर्मदा परिक्रमा का उल्लेख करते हुए कहा कि चूंकि वे नर्मदा परिक्रमावासी हैं, इसलिए भिक्षा मांग सकते हैं। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे उन्हें यह भिक्षा दें कि युवा नशे से दूर रहें और चरित्रवान बनें। लोधी समाज के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अमीर बनने के दो ही रास्ते हैं—या तो अधिक कमाओ या फिर खर्च कम करो। लेकिन आजकल कमाई से ज्यादा खर्च करने का चलन बढ़ गया है। उन्होंने यह भी कहा कि वही समाज सबसे समृद्ध होता है जो अपनी मेहनत की कमाई का एक हिस्सा जरूरतमंदों की सहायता के लिए देता है।

मुझे ऐसे संकल्प लेने वाले लोग चाहिए - प्रहलाद पटेल

मंत्री ने आगे कहा कि यदि किसी कार्यक्रम में बुलाना हो, तो ऐसे बुलाएं जहां 200 लोग यह संकल्प लें कि वे नशे से दूर रहेंगे। मुझे ऐसे संकल्प लेने वाले लोग चाहिए। अगर मुझे इस उद्देश्य के साथ आमंत्रित किया जाएगा, तो यह मेरे लिए खुशी की बात होगी। उन्होंने यह भी कहा कि पूरा देश उनका समाज है, और वे एक परिवार की भावना के साथ कार्य करते हैं।

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