क्या कहा रेलवे प्रशासन ने ?
रेलवे प्रशासन ने बताया कि आग लगने के बाद ही कॉर्ड लाइन पर ट्रेन की आवाजाही को रोक दिया गया था। कॉर्ड लाइन के प्लेटफॉर्म पर खड़े कुछ यात्रियों ने बताया कि चारों ओर धुआं इतना अधिक था कि कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। यात्री घबराकर ओवरब्रिज के जरिए दूसरी तरफ भागने लगे। एक स्थानीय युवक शहनवाज खान ने बताया, "कुछ लोग घबराहट में ओवरब्रिज से न जाकर, सीधे लाइन पर उतरकर दूसरे प्लेटफॉर्म की ओर जा रहे थे। आस-पास कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था।" एक अन्य स्थानीय निवासी ने कहा, "डर था कि कहीं ट्रेन न आ जाए। शुक्र है कि ट्रेन रोक दी गई थी।" शाम होते-होते भी कारखाने की आग पूरी तरह से काबू में नहीं आई थी। पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारी प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की आवाजाही नियंत्रित कर रहे थे। कई लोग आग देखने के लिए ओवरब्रिज पर खड़े हो गए थे, इस कारण वहां चढ़ने-उतरने पर भी पाबंदी लगाई गई थी। रेलवे ने बताया कि कानींग-बारासात लाइन की एक लोकल ट्रेन बालिगंज स्टेशन पर खड़ी कर दी गई थी। पार्क सर्कस की मेन लाइन सामान्य थी, लेकिन उस लाइन पर ट्रेनें थोड़ी धीमी चल रही थीं।