नई दिल्ली - पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कई कड़े कदम उठाए हैं। इसी बीच पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शनिवार की आधी रात को एक अहम निर्णय लेते हुए सोमवार शाम 5 बजे संसद का आपातकालीन सत्र बुलाने की घोषणा की है।
पाक राष्ट्रपति ने आनन-फानन में बुलाई बैठक
पाकिस्तान सरकार की ओर से जारी आधिकारी बयान के अनुसार, "इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 54 की धार (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, राष्ट्रपति ने संसद भवन इस्लामाबाद में सोमवार 5 मई को शाम 5 बजे राष्ट्रीय असेंबली की बैठक आहूत की है।"
विशेष सत्र में क्या होगा?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी राष्ट्रपति द्वारा बुलाए गए इस विशेष सत्र में भारत और पाकिस्तान के बीच बिगड़ते कूटनीतिक रिश्तों पर चर्चा की जाएगी। बैठक में मुख्य रूप से भारत के सिंधु जल संधि (IWT) को निलंबित करने के फैसले पर फोकस रहेगा। पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि शहबाज शरीफ की सरकार पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से उठाए गए कदमों के जवाब में नेशनल असेंबली में एक 'कड़ी निंदा' प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही है।
पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों में बढ़ा तनाव
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। इस हमले में आतंकियों ने 26 बेगुनाह लोगों की हत्या कर दी थी, जिसकी जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली थी। हमले में शामिल दोनों आतंकी पाकिस्तान से आए थे। भारत सरकार ने इस घटना को 'सीधा युद्ध जैसा हमला' करार दिया है और कड़ा जवाब देने की चेतावनी दी है। इसके बाद से पाकिस्तान में अफरातफरी मची हुई है और लगातार आपात बैठकों का दौर चल रहा है।