नई दिल्ली : भारत ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में भारत की ओर से कोई भी जानकारी पाकिस्तान को नहीं दी गयी थी। भारत और पाकिस्तान के बीच जो भी वार्ता होगी वह द्विपक्षीय होगी लेकिन वार्ता और आतंकवाद एक साथ नहीं चलते। दोनों देशों के बीच जो भी बात होगी वह आतंकवाद और अवैध रूप से कब्जाये भारत के भू क्षेत्र को खाली करने पर होगी। भारत ने आतंकियों की जो सूची पाकिस्तान को दी है, उन सभी को भारत को सौंपा जाये।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया से बातचीत में भारत का रुख एक बार साफ करते हुए कहा कि आतंकवाद पर भारत की जीरो टॉलरेंस नीति है आतंकवाद के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराना जरूरी है । सिंधु जल समझौते पर जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कह चुके हैं खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता इसलिए यह संधि स्थगित रहेगी। जायसवाल ने कहा कि भारत को तुर्की से अपेक्षा है कि वह पाकिस्तान को कड़े शब्दों में सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद करने को कहेगा और दशकों से पाकिस्तान जिस आतंकवादी इकोसिस्टम को पनाह दे रहा है उसके विरुद्ध विश्वसनीय और ठोस कदम उठाने के लिए कहेगा। दो देशों के बीच आपसी संबंधों की नींव एक दूसरे की संवेदनाओं के प्रति सम्मान और आपसी समझ पर आधारित होनी चाहिए। विदेशों में बारत का पक्ष रखने जा रहे प्रतिनिधिमंडलों के बारे में जायसवालल ने बताया कि तीन दल रवाना हो चुके हैं और तीन 24 मई को जायेंगे और सातंवा और अंतिम 25 मई को रवाना होगा।