इस्लामाबाद : पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ‘जाफर एक्सप्रेस’ ट्रेन अपहरण के बाद अब खैबर पख्तूनख्वा सूबे में पाकिस्तानी सेना के एक ठिकाने पर आत्मघाती हमला हुआ है। इस हमले में कई लोगों के मारे जाने की सूचना है। एक आत्मघाती हमलावर ने पाकिस्तानी सेना के ठिकाने के अंदर घुसकर खुद को उड़ा लिया। यह हमला पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के टैंक जिले में जंडोला मिलिट्री कैंप पर हुआ है।
टीटीपी का हाथ!
बताया जाता है कि इस हमले के पीछे अफगान-पाकिस्तान सीमा पर सक्रिय आतंकी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का हाथ है। इस बीच ट्रेन अपहरण करने वाले आतंकी संगठन बीएलए ने दावा किया है कि उसने 150 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों को अब भी बंदी बनाया हुआ है।
पाकिस्तानी सेना की फ्रंटियर कोर के कैंप पर हुआ हमला
पाकिस्तानी समाचार चैनल ‘जियो न्यूज’ ने बताया कि दक्षिण वजीरिस्तान जिले में फ्रंटियर कोर (एफसी) शिविर के पास आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तानी सेना ने आठ से नौ आतंकियों को मार गिराया। पुलिस अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि जंडोला में एक जोरदार विस्फोट की आवाज सुनी गयी, जिसके बाद भारी गोलीबारी हुई। आतंकियों ने जंडोला चेकपोस्ट पर हमला करने का प्रयास किया लेकिन पाकिस्तान सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया हालांकि एक आत्मघाती हमलावर ने एफसी शिविर के पास एक वाहन में विस्फोट कर दिया।
ट्रेन अपहरण पर दावे-प्रतिदावे
यह हमला उग्रवादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) द्वारा 11 मार्च को रणनीतिक बोलन घाटी में क्वेटा से पेशावर जाने वाली ‘जाफ़र एक्सप्रेस’ के अपहरण के दो दिन बाद हुआ। इस ट्रेन में 200 सुरक्षाकर्मियों सहित 450 से ज़्यादा यात्री सवार थे। पाकिस्तानी सेना ने बड़ी मशक्कत के बाद करीब 200 यात्रियों को छुड़ाया है और दावा किया है कि उसने 50 हमलावरों को मार गिराया है हालांकि बीएलए का कहना है कि उसने 150 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों को अब भी बंदी बनाया हुआ है।