नई दिल्ली - जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से का माहौल है। इस हमले को लेकर राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस हमले में मासूम लोगों की बेरहमी से हत्या की गई।
सिब्बल ने मांग की कि इस नृशंस हमले के दोषियों पर अंतरराष्ट्रीय अदालत में मुकदमा चलाया जाए। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से अपील की कि पाकिस्तान को आतंकी राष्ट्र घोषित किया जाए और अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय में इस मामले को उठाया जाए। साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि विपक्ष भी इस मुद्दे पर सरकार का समर्थन करेगा।
क्या था मुनीर का बयान ?
पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर की "गले की नस" संबंधी टिप्पणी का हवाला देते हुए राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने पहलगाम आतंकी हमले को पाकिस्तान प्रायोजित बताया है। असीम मुनीर ने कुछ दिन पहले कहा था, "कश्मीर हमारी गले की नस है, हम इसे नहीं भूल सकते और हम अपने कश्मीरी भाइयों को उनके संघर्ष में अकेला नहीं छोड़ेंगे।"
इसी बयान को आधार बनाते हुए सिब्बल ने कहा कि यह साफ संकेत है कि हमला राज्य प्रायोजित है। उन्होंने कहा कि यह कोई सामान्य घटना नहीं, बल्कि एक योजनाबद्ध और सुनियोजित आतंकी हमला था। सिब्बल ने यह भी बताया कि पहलगाम जैसी संवेदनशील जगह, जो अमरनाथ यात्रा जैसे धार्मिक स्थल के नजदीक है और उच्च सुरक्षा क्षेत्र माना जाता है, वहां इस तरह का हमला होना बहुत गंभीर बात है।
सिब्बल ने हमले में बताया पाकिस्तान का हाथ
सिब्बल ने कहा, "जिन लोगों ने हमला किया वो जानते थे कि आप टट्टुओं के अलावा घाटी तक नहीं पहुंच सकते हैं। यह आरोप लगाया गया कि वे किश्तवाड़ से कोकरनाग होते हुए आए और फिर यहां आए। लेकिन निश्चित रूप से यह पाकिस्तान को इससे जोड़ता है।"
गृह मंत्री से की मांग
वरिष्ठ वकील ने कहा, "मैं गृह मंत्री से आग्रह करता हूं कि वे पाकिस्तान को आतंकवादी संगठन के रूप में शामिल करें। हमें अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में अभियोग दायर करना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान का बहिष्कार करने का आग्रह करना चाहिए।"