सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : बुधवार को सॉल्टलेक स्थित भाजपा मुख्यालय में हुई भाजपा की सांगठनिक बैठक में संभवतः पहली बार ऐसा हुआ जब दिलीप घोष नहीं पहुंचे। वहीं पहली बार विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी सांगठनिक बैठक में मौजूद रहे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय नेतृत्व द्वारा मना किये जाने के कारण ही दिलीप घोष बैठक में नहीं गये। वहीं बैठक में भी दिलीप घोष को लेकर नेताओं ने चुप्पी साधी और इस प्रकरण पर कुछ नहीं कहा। ऐसे में कोर कमेटी के सदस्य दिलीप घोष को छोड़कर ही सांगठनिक बैठक हुई।
शुभेंदु व सुकांत को ही बताया नेता
इधर, पार्टी सूत्रों के अनुसार, बैठक में यह बात स्पष्ट कर दी गयी कि सुकांत मजूमदार व शुभेंदु अधिकारी ही बंगाल में भाजपा के नेता हैं। बैठक में सुनील बंसल ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव सुकांत व शुभेंदु के नेतृत्व में ही होंगे। इसके अलावा दुर्गा पूजा में जनसंपर्क बढ़ाने पर विशेष जोर देने के लिए कहा गया है।
पार्टी से ऊपर कोई नहीं
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में भाजपा बंगाल के प्रभारी मंगल पाण्डेय ने कहा कि पार्टी से ऊपर कोई नहीं है, चाहे वह कितना ही बड़ा नेता हो। जो बोलना है पार्टी तय करती है, प्रवक्ता बोलेंगे। वहीं सुनील बंसल ने बैठक में संगठन की कमजोरी पर फटकारते हुए कहा कि कागजों में 5 लाख कार्यकर्ता दिखाये गये मगर सत्यापन केवल डेढ़ लाख कार्यकर्ताओं का ही हो पाया। उन्होंने कहा कि काम भले ही कम कीजिये, लेकिन कागजों पर गलत मत दिखाइये। बंगाल की रिपोर्ट हमेशा चमकदार होती है, दूसरे किसी राज्य की रिपोर्ट इतनी अच्छी नहीं होती, लेकिन काम करने जाने पर समझ में आता है कि यहां नेता रिपोर्ट में कितना पानी मिलाते हैं।
मुर्शिदाबाद चलो का किया गया आह्वान
इस दिन ‘मुर्शिदाबाद चलो’ का भी आह्वान किया गया। सूत्रों के अनुसार, कोलकाता से 2 हजार बाइक जायेगी। 14 व 15 तारीख को यह कार्यक्रम हो सकता है। वहीं मई व जून में बूथ सशक्तीकरण कार्यक्रम करने के लिए कहा गया। पहले चरण में बूथ कमेटियों का निर्माण किया जाएगा और सत्यापन का काम जून महीने में होगा। सभी विधानसभा क्षेत्रों के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर आधार व वोटर कार्ड लेकर सत्यापन करना होगा। वहीं तीसरे चरण में ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ होगा।