सन्मार्ग संवाददाता
हावड़ा : हावड़ा के रामराजातल्ला इलाके में पटाखा बनाते समय हुए दर्दनाक हादसे में 35 वर्षीय युवक आकाश हेले की मौत हो गई। यह घटना शनिवार शाम की है जब अंबिका कुंडू लेन स्थित एक गैराज में आतिशबाजी बनाने के दौरान अचानक आग लग गई। घटना के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई और पुलिस व अग्निशमन दल को तुरंत मौके पर बुलाया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आकाश हेले उस समय गैराज में फुलझड़ी, रंगमशाल, तुबड़ी और अन्य प्रकार की आतिशबाजी तैयार कर रहा था, तभी वहां रखे ज्वलनशील कच्चे माल में अचानक आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि आकाश गंभीर रूप से झुलस गया। आनन-फानन में उसे एसएसकेएम अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया, जहां रविवार को उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद चटर्जीहाट थाने की पुलिस ने गैराज के मकान मालिक प्रदीप लाहिड़ी को गिरफ्तार कर लिया। प्रदीप लाहिड़ी, जो पेशे से केबल ऑपरेटर है और डोमजूड़ का निवासी है, पर विस्फोटक अधिनियम, अग्निशमन नियमों के उल्लंघन और अवैध रूप से आतिशबाजी निर्माण से संबंधित कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि यह गैराज आधिकारिक रूप से लाइसेंस प्राप्त नहीं था और गोपनीय रूप से आतिशबाजी निर्माण का कार्य किया जा रहा था। सूत्रों ने बताया कि हर वर्ष काली पूजा से पहले प्रदीप और आकाश मिलकर बड़े पैमाने पर पटाखों का निर्माण करते थे, जिससे स्थानीय बाजारों में आपूर्ति की जाती थी।
सोमवार को आरोपी प्रदीप लाहिड़ी को हावड़ा कोर्ट में पेश किया गया, जहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने उसे तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि घटना के समय गैराज में और कौन-कौन मौजूद था, और क्या आतिशबाजी निर्माण से संबंधित सामग्री किसी बड़ी आपूर्ति श्रृंखला का हिस्सा थी।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि त्योहारी सीजन से पहले बिना लाइसेंस और सुरक्षा उपायों के आतिशबाजी निर्माण क्यों होता है और प्रशासन की निगरानी में कहां चूक हो रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस प्रकार के अवैध गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।