सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के सांसद विष्णु पद रे ने अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल से अनुरोध किया है कि आपातकालीन या विशेष उपचार के लिए सुदूर अंतर-द्वीपीय क्षेत्रों से जी.बी. पंत अस्पताल, श्री विजयपुरम में रेफर किए गए मरीजों के लिए प्रतिपूर्ति योग्य परिवहन योजना तैयार करने में हस्तक्षेप करें। पत्र की एक प्रति प्रधानमंत्री, गृह मंत्री तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री को भी उनके विचारार्थ भेजी गयी है। सांसद ने कहा कि अंतर-द्वीपीय क्षेत्रों में अपने दौरे के दौरान उन्हें ऐसे अनेक मामले देखने को मिले, जहां दूरदराज के द्वीपों में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं की कमी के कारण विशेष रूप से वंचित परिवारों के मरीजों को जी.बी. पंत अस्पताल में रेफर किया गया था। इन मरीजों को अक्सर तत्काल देखभाल की आवश्यकता होती है, जिन्हें अत्यावश्यकता के आधार पर हेलिकॉप्टर या जहाज के माध्यम से ले जाया जाता है। हालांकि रोगी और उसके साथ आने वाले परिचारकों दोनों के लिए इस तरह के आपातकालीन परिवहन की लागत रोगी के परिवार द्वारा वहन की जाती है, जिससे कमजोर परिवारों पर काफी वित्तीय दबाव पड़ रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आयुष्मान भारत योजना (पीएम-जेएवाई) के तहत मुख्य भूमि के अस्पतालों में रेफर किए गए रोगी और एक परिचारक दोनों यात्रा लागत की प्रतिपूर्ति के पात्र हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र शासित प्रदेश के भीतर रेफर किए गए रोगियों, विशेष रूप से जीबी पंत अस्पताल, जो पूरे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लिए शीर्ष रेफरल केंद्र के रूप में कार्य करता है। द्वीपसमूह की अनूठी भौगोलिक और तार्किक चुनौतियों को पहचानते हुए सांसद ने उपराज्यपाल से एक उचित योजना बनाने पर विचार करने का आग्रह किया है जो निःशुल्क या प्रतिपूर्ति योग्य अंतर-द्वीप चिकित्सा परिवहन है, जो चिकित्सा आपात स्थिति के समय दूरदराज के द्वीप निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण जीवन रेखा के रूप में काम करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसा कदम प्रशासन की न्यायसंगत और समावेशी स्वास्थ्य सेवा पहुंच के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगा।