बेंगलुरु : बेंगलुरु के बाहरी इलाके में 17 वर्षीया एक लड़की का शव एक सूटकेस में बंद मिलने के कुछ दिनों बाद हत्या के सिलसिले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार करने के साथ ही बिहार के एक नाबालिग लड़के को पकड़ा है।
बेंगलुरु पुलिस ने सोमवार को बताया कि गला घोंटकर हत्या करने के बाद अभियुक्तों ने शव को एक सूटकेस में भरकर 21 मई को अनेकल के निकट चंदपुरा में रेलवे पटरियों के पास फेंक दिया था। प्रारंभिक जांच का हवाला देते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक कारखाने में सहायक के रूप में काम करने वाले आशिक कुमार ने बिहार की रहने वाली लड़की को प्रेम संबंध में फंसाया था, जिसके बाद वह 18 मई को वह बेंगलुरु आयी थी। आशिक कुमार पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं। पूछताछ के दौरान आशिक कुमार ने दावा किया कि उसकी लड़की से तीखी बहस हुई थी और उस समय वह नशे में था।
बहस हिंसक हो गयी और गुस्से में आकर उसने 20 मई की रात को बोम्मनहल्ली में एक रिश्तेदार के घर पर उसका गला घोंट दिया। हत्या के बाद उसने अन्य अभियुक्तों की मदद से कथित तौर पर लड़की के शव को एक सूटकेस में भर दिया। अधिकारी ने बताया कि बाद में उन्होंने शव को ले जाने के लिए एक अभियुक्त मुकेश की कार का इस्तेमाल किया और सूटकेस को चंदपुरा रेलवे पुल के पास फेंक दिया। घटना के बाद अभियुक्त बिहार भाग गए, जहां बाद में पुलिस ने उनका पता लगाकर उन्हें पकड़ लिया। अधिकारी ने कहा, ‘हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। हमने सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है और एक नाबालिग लड़के को पकड़ा है। हत्या के पीछे का असली मकसद पता लगाया जा रहा है। आगे की जांच जारी है।’ पुलिस ने बताया कि पीड़िता का पिता दिहाड़ी मजदूर है और उसकी दो पत्नियां और सात बेटियां हैं। वह अपने पिता की पहली पत्नी की दूसरी बेटी थी।