कोलकाता: महिला क्रिकेट विश्व कप में भारत ने इतिहास रच दिया है। हरमनप्रीत के कप्तानी में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 52 रनों से करारी शिकस्त दी। मुंबई का ज्ञानदेव यशवंतराव पाटिल (DY Patil Stadium) इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना। यह जीत न केवल रिकॉर्ड बुक का हिस्सा बना बल्कि इसने आर्थिक रूप से भी भारतीय महिला क्रिकेट को मजबूती प्रदान की।
कोच, खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ को मिलेगी इतनी राशि
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) सचिव देवजीत सैकिया ने 51 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की। यह राशि खिलाड़ी, कोच, सपोर्ट स्टाफ में वितरित की जाएगी। साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की तरफ से विजेता टीम को पुरस्कार राशि के तौर पर 4.48 मिलियन डॉलर (लगभग 39.78 करोड़) मिलेंगे। यह आईसीसी की तरफ से महिला क्रिकेट टीम को दी जाने वाली अब तक की सबसे बड़ी रकम है।
खिलाड़ियों की मैच फीस में 300% का इजाफ़ा
गौरतलब है कि जय शाह के नेतृत्व में महिला और पुरुष क्रिकेट को समान स्तर पर लाने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है। इसी के मद्देनज़र जय शाह ने पिछले दिनों पुरस्कार राशि में लगभग 300 प्रतिशत का इजाफा करते हुए 2.88 मिलियन डॉलर से बढ़ाकर 14 मिलियन डॉलर कर दिया। महिलाओं को खेल के प्रति बढ़ावा देने के लिए इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
कपिल-धोनी के बराबर पहुंची हरमनप्रीत
1983 में कपिल देव की कप्तानी में जब भारत विश्व चैंपियन बना था, उस समय जिस प्रकार की खुशी की लहर देश में उठी थी। वैसा ही 2011 में धोनी की कप्तानी में विश्वकप जीतने के बाद देखने को मिली थी। अब 2025 में वैसा ही कारनामा महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत की अगुवाई में की गई।