सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण-2026 के तहत सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ 26 दिसंबर 2025 को एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य दावों और आपत्तियों की प्रक्रिया की समीक्षा करना और पुनरीक्षण प्रक्रिया में पारदर्शिता, सहयोग एवं सुचारु संचालन सुनिश्चित करना था।
बैठक में दक्षिण अंडमान जिले के सहायक निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी भी उपस्थित रहे। निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी ने बैठक में दावों और आपत्तियों से संबंधित महत्वपूर्ण तिथियों, सुनवाई कार्यक्रम और अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन की जानकारी राजनीतिक दलों को दी। इसके अलावा, बीएलओ (बेसिक लिस्टिंग ऑफिसर) द्वारा किए गए सत्यापन और पर्यवेक्षण जांच सहित विभिन्न गतिविधियों का विवरण भी साझा किया गया।
बैठक में यह जानकारी भी प्रस्तुत की गई कि 23 दिसंबर 2025 को प्रारूप मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद प्राप्त प्रपत्रों की स्थिति क्या है। इसके तहत मानचित्रित और अमानचित्रित मतदाताओं से संबंधित आंकड़े राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के समक्ष रखे गए। राजनीतिक दलों ने प्रारूप मतदाता सूची पर अपनी प्रतिक्रियाएं और सुझाव साझा किए।
निर्वाचन पर्यवेक्षक ने आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों को यह भी बताया कि प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और सटीक तरीके से पूर्ण करने के लिए समुचित कदम उठाए जा रहे हैं।
बैठक के दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और अधिकारियों ने मतदाता सूची में सुधारों और आपत्तियों के निपटान की प्रक्रिया में सहयोग देने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने निर्वाचन अधिकारियों से अपेक्षा जताई कि सभी कार्यवाही समयबद्ध और निष्पक्ष ढंग से संपन्न हों।
बैठक का समापन विशेष गहन पुनरीक्षण-2026 को निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से पूरा करने की सामूहिक प्रतिबद्धता के साथ हुआ। अधिकारियों ने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य केवल मतदाता सूची को अद्यतन करना ही नहीं, बल्कि मतदाता विश्वास और चुनावी पारदर्शिता को सुनिश्चित करना भी है।
इस बैठक से यह संदेश गया कि निर्वाचन आयोग और राजनीतिक दल मिलकर मतदाता सूची के सुधार और सुनवाई प्रक्रिया को प्रभावी एवं भरोसेमंद तरीके से पूरा करने के लिए तत्पर हैं।