बर्दवान : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को बर्दवान की प्रशासनिक सभा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। दरअसल हाल ही में कोलकाता मेट्रो परियोजना के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने राज्य सरकार को घेरते हुए ‘चोरी’ और ‘चोर’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था। इसी टिप्पणी पर करारा जवाब देते हुए सीएम ममता ने कहा कि प्रधानमंत्री को अपने पद की गरिमा का सम्मान करना चाहिए और बंगाल का अपमान बंद करना चाहिए।
बर्दवान म्युनिसिपल स्कूल ग्राउंड से ममता ने नाम लिए बिना प्रधानमंत्री को सीधे चुनौती देते हुए कहा, 'मैं आप का आदर करती हूं, आपके पद का सम्मान करती हूं, लेकिन आप भी हमारे पद का सम्मान करना सीखें। बंगाल को चोर कहने का आपको कोई अधिकार नहीं है। आपके डबल इंजन वाले राज्यों उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार सबसे बड़े चोर हैं। आप चोरों के सरदारों के साथ बैठक करते हैं और बंगाल को बदनाम करते हैं, क्या यह आपको शोभा देता है? आपसे मुझे यह उम्मीद नहीं थी।'
चुनाव आते ही बार-बार प्रधानमंत्री बंगाल में आते हैं। इसी मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने लंबे समय से हमला बोला है। इस दिन भी उन्होंने कहा कि चुनाव आ गया है इसलिए आप आ रहे हैं। मैं तो चाहती हूँ कि आप 365 दिन आयें। सब तो आपके लिए फ्री है, लेकिन याद रखिए, मैं कभी किसी से कोई पैसे नहीं लेती। मुझे पैसे नहीं चाहिए, मुझे आत्म-सम्मान चाहिए। बंगाल के सम्मान पर चोट लगती है तो वह चोट मुझे लगती है। मुझ पर जितना आघात करेंगे, मैं लड़ती रहूँगी। मुझमें वह हिम्मत है। यह मेरी भूमि है। मुझे डराया नहीं जा सकता।
उन्होंने चुनाव आयोग को भी नसीहत दी कि वह 'बीजेपी का लॉलीपॉप' न बने। साथ ही भाषा और पहचान के सवाल को उठाते हुए ममता ने कहा कि बांग्ला देश की दूसरी सबसे बड़ी बोली जाने वाली भाषा है और इसका अपमान स्वीकार नहीं किया जाएगा। पीएम पर हमला जारी रखते हुए ममता ने कहा, 'आपने अभी तक बंगाल में 186 बार केंद्रीय टीम भेज चुके हैं और फिर भी आपने राज्य का बकाया नहीं दिया। आज आप सत्ता में हैं इसलिए बंगाल को भुखमरी देना चाहते हैं, पर जब सत्ता नहीं रहेगी, तब क्या करेंगे?
इसके साथ ही स्वतंत्रता संग्राम में बंगाल के योगदान की याद भी मुख्यमंत्री ने दिलायी। उन्होंने कहा, बंगाल के योगदान को मत भूलिए। बंगाल के स्वर्णिम इतिहास को याद रखिए। 1971 तक जो भी आये, उन्हें नागरिक मानने का समझौता तो आपने ही किया था। कई जगह भाषा के अलग-अलग उच्चारण हैं। हमारा सिर कभी नहीं झुकेगा। बंगाल नयी धुन में गाएगा। बंगाल को सम्मान देते हुए हम हजार बार जय बांग्ला का नारा बुलंद करेंगे।
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि बांग्ला भाषा और बंगाल की संस्कृति का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा। ममता ने कहा, हम हारेंगे नहीं, हमारा सिर नहीं झुकेगा। जय बांग्ला का नारा लाखों बार गूंजेगा। सभा में उन्होंने युवाओं का बंगाल की अस्मिता बचाने का आह्वान किया और कहा कि जरूरत पड़ी तो आने वाली पीढ़ियां 'नए-नए खुदीराम' पैदा करेंगी।