मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 
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ममता ने पेश की साढ़े चौदह साल की 'विकास गाथा'

-'उन्नयनेर पांचाली' रिपोर्ट कार्ड का हुआ विमोचन

कोलकाता: वर्ष 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियाँ तेज कर दी हैं। चौथी बार सत्ता में वापसी का लक्ष्य लेकर राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने अभी से अपनी रणनीति को धार देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय के नवान्न सभागार से वर्ष 2011 से 2025 तक के साढ़े चौदह वर्षों का विस्तृत रिपोर्ट कार्ड सार्वजनिक किया, जिसका औपचारिक नाम है— 'उन्नयनेर पांचाली'।

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राज्य की 2.21 करोड़ महिलाओं को लक्ष्मी भंडार योजना का लाभ मिल रहा है। रूपश्री योजना की 22.02 लाख लाभार्थी हैं और 1 करोड़ लड़कियाँ कन्याश्री योजना से लाभान्वित हो रही हैं। उनके अनुसार, वर्ष 2013 से 2023 के बीच राज्य सरकार ने 1.72 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया है। पिछले 14 वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था 4.41 गुना बढ़ी है, जबकि कर संग्रह 5 गुना तक पहुँचा है।

रिपोर्ट में बताया गया कि राज्यभर में छोटे और मध्यम स्तर पर व्यापक रोजगार और स्व-रोजगार के अवसर तैयार किए गए। सरकार का दावा है कि इस अवधि में बेरोजगारी में 40 लाख की कमी आयी है। ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य अब पूरे देश के लिए विकास का मॉडल बन चुका है। रिपोर्ट में स्वास्थ्य साथी, दुआरे राशन, 100 दिन का कार्य (कर्मश्री), आवास योजना सहित कई सामाजिक कल्याण योजनाओं को प्रमुख उपलब्धि के रूप में शामिल किया गया है।

साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र ने धनराशि रोक दी, फिर भी सड़क, आवास और अन्य जरूरी परियोजनाओं का पूरा खर्च राज्य सरकार ने वहन किया। मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि पिछले 14 वर्षों में राज्य में 2 करोड़ रोजगार उत्पन्न किए गए। स्थानीय स्तर पर कोच निर्माण, मेट्रो कोच, जहाज, भारी मशीनरी, स्टील और सीमेंट उद्योग के विस्तार पर भी जोर दिया गया।

देउचा पाचामी परियोजना में एक लाख रोजगार सृजन का लक्ष्य बताया गया। अंत में उन्होंने कहा कि राज्य में 12 लाख स्वयं सहायता समूह स्थापित किए जा चुके हैं, जो अब राष्ट्रीय स्तर पर एक सफल मॉडल माने जा रहे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री ने बताया कि रिपोर्ट कार्ड में कुछ और आँकड़े जोड़े जाएंगे। ऐसा होने के बाद ही इसे मीडिया के हवाले किया जाएगा।

साढ़े चौदह साल की उपलब्धियाँ

राज्य का जीएसडीपी 2011 की तुलना में 4.41 गुना बढ़ा

20.31 लाख करोड़ का सकल राज्य घरेलू उत्पाद

राज्य के स्वयं के कर राजस्व में 5.33 गुना बढ़ोतरी

पूंजीगत व्यय में 17.67% वृद्धि, जिससे अवसंरचना मजबूत हुई

सामाजिक क्षेत्र के व्यय में 14.46 गुना विस्तार

कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में व्यय 9.16 गुना बढ़ा

भौतिक क्षेत्र के व्यय में 6.93 गुना वृद्धि

वर्ष 2013–2023 के दौरान 1.72 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे

2 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार, बेरोजगारी में 40% कमी आयी

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