कोलकाता : आखिरकार 22 दिन बाद पाकिस्तान से रिहा होकर बीएसएफ के जवान पूर्णम कुमार साव अपने मुल्क भारत लौट आये। बुधवार को सुबह करीब 10.30 बजे अटारी-वाघा सीमा के रास्ते वे भारत लौटे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीएसएफ कांस्टेबल पूर्णम कुमार की रिहाई का स्वागत किया और कहा कि मैं लगातार रिसड़ा में उनके परिवार के संपर्क में थी। ममता बनर्जी ने अपने एक्स हैंडल पर भी लिखा, मुझे पाकिस्तान में कैद जवान की रिहाई की खबर मिली है। मैं बहुत खुश हूं। मैंने पहले भी उनकी पत्नी रजनी से बात की थी। आज फिर उनसे फोन पर बात हुई। उन्होंने पूर्णम को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए उनके पूरे परिवार को खुश रहने की कामना की।
उधमपुर से लापता हो गया था भारतीय जवान
पहलगांव हमले के अगले दिन उधमपुर में तलाशी अभियान चलाते समय भारतीय सेना का जवान पूर्णम साव लापता हो गया था। बाद में पता चला कि गलती से पाकिस्तानी क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद उन्हें पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया था। तब से वे दो सप्ताह से भी अधिक समय तक पाकिस्तान में ही कैद रहे। शुरू-शुरू में पूर्णम की गर्भवती पत्नी रजनी साव समेत पूरा परिवार उनके लौटने की उम्मीद कर रहा था। लेकिन जैसे ही भारत-पाक में तनाव बढ़ा, उनके परिजनों में निराशा छा गई। इस स्थिति में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को पूर्णम की पत्नी रजनी को फोन किया। रजनी साव ने बताया कि सीएम ने उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि पूर्णम एक सप्ताह के भीतर भारत घर लौट जाएंगे और वास्तव में वही हुआ।
राज्य ने बीएसएफ के महानिदेशक से भी संपर्क किया
रिहाई की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री ने सैनिक की पत्नी को फोन किया और बताया कि आज सुबह आपके पति वापस आ जाएंगे। भगवान आपको और आपके बच्चों को आशीर्वाद दें। मैंने कहा था, आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। पूर्णम की पत्नी रजनी ने इस संकट की घड़ी में सीएम की ओर से उनको और उनके परिवार को मदद मिलने पर उनको धन्यवाद दिया। बाद में सीएम ने नवान्न से कहा कि, हमने बीएसएफ के महानिदेशक से भी संपर्क किया। परसों उनकी पत्नी को बताया कि आपके पति ठीक हैं, लेकिन हमें पता चला कि डिस्चार्ज के लिए कुछ प्रक्रियाएं हैं जिनमें कुछ समय लग रहा है। आज उन्हें रिहा कर दिया गया। उनका परिवार खुश है, हम खुश हैं और देशवासी खुश हैं।