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लोहड़ी 2025: आज मनाई जा रही लोहड़ी, जानें पूजा मुहूर्त और विधि

कोलकाता: लोहड़ी, जो सूर्य देव और अग्नि देव की पूजा का प्रतीक है, हर साल मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाई जाती है। यह त्योहार मुख्य रूप से पंजाब और उत्तर भारत के अन्य राज्यों में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। लोहड़ी का पर्व किसानों की मेहनत, एकता और खुशहाली का प्रतीक है और विशेष रूप से फसल कटाई के समय मनाया जाता है। इस साल लोहड़ी 13 जनवरी को मनाई जाएगी, जबकि मकर संक्रांति 14 जनवरी को है।

लोहड़ी पूजा विधि:

  1. सुबह की शुरुआत:
    लोहड़ी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर घर या मंदिर की सफाई करें। इसके बाद भगवान कृष्ण, अग्नि देव और मां दुर्गा की पूजा की जाती है।
    सुबह सूर्य देव की पूजा करना भी शुभ माना जाता है।
  2. लोहड़ी की अग्नि:
    लोहड़ी की शाम को एक बड़ी आग जलाई जाती है। इसके लिए सूखी लकड़ियों, कंडे और अन्य जलाने योग्य सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है। इस अग्नि में रेवड़ी, फुल्ले, खील, लड्डू, मक्का और मूंगफली डाली जाती है।
  3. अग्नि की परिक्रमा:
    लोहड़ी की अग्नि के चारों ओर परिक्रमा करें और पूजा संपन्न करें। इस समय परिवार और मित्र मिलकर नृत्य, गीत गाते हैं और इस पर्व का आनंद लेते हैं।

लोहड़ी के दिन विशेष बातें:

  • ढोल की धुन पर नाचना:
    लोहड़ी के दिन ढोल बजवाकर नाचते-गाते लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं और पर्व की खुशियों का साझा करते हैं।
  • लोहड़ी प्रसाद:
    लोहड़ी के प्रसाद के रूप में रेवड़ी, फुल्ले, खील, मक्के के दाने और लड्डू खाए जाते हैं।
  • मक्के की रोटी और सरसों का साग:
    लोहड़ी के दिन लोग मक्के की रोटी और सरसों का साग बड़े चाव से खाते हैं।

लोहड़ी का पर्व भारत के सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है, जिसे परिवार और मित्रों के साथ मिलकर धूमधाम से मनाया जाता है।

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