कोलकाता: कोजागरी पूर्णिमा का पर्व इस साल 16 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा। यह दिन विशेष रूप से देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए महत्वपूर्ण होता है, विशेषकर बंगाल में। इस दिन माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है, और इसे दीवाली से पहले का सबसे शुभ समय माना जाता है। आपको बता दें कि इस साल कोजागरी लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहर्त 11 बजकर 42 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। इस समय में देवी लक्ष्मी की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। कोजागरी पूर्णिमा के दिन चंद्रमा का उदय 16 अक्टूबर 2024 को शाम 5 बजकर 5 मिनट पर होगा। चंद्रमा को अर्घ्य देने के लिए यह समय उपयुक्त रहेगा।
Kojagari Laxmi Puja विधि
- पूजा का समय: निशिता काल में माता लक्ष्मी की पूजा करें।
- स्थान की तैयारी: शाम को मंदिर की सफाई करें और लक्ष्मी जी की मूर्ति स्थापित करें।
- अर्पण: माता लक्ष्मी को फूल, अक्षत, चंदन, और कमल के फूल अर्पित करें।
- दीप जलाना: देवी के सामने घी का दीपक जलाएं और मंत्र का उच्चारण करें।
- मुख्य द्वार: रात के समय घर का मुख्य द्वार खोलकर रखें।
- कथा का पाठ: कोजागरी पूर्णिमा की कथा का पाठ करें और लक्ष्मी जी की आरती करें।
- भोग: आरती के बाद खीर और बताशे का भोग लगाएं।
कोजागरी पूजा का शास्त्रों में विशेष महत्व है। इस दिन रात में जागरण करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धरती पर भ्रमण करती हैं। इस दिन लक्ष्मी जी की पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि आती है और दरिद्रता दूर होती है। व्रत कर रात में मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन, वैभव, और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इस पूजा के माध्यम से भक्त अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।