नागपुर : केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख से नागपुर पहुंची पुलिस की एक टीम ने पिछले महीने सीमा पार कर पाकिस्तान जाने वाली महिला की हिरासत का अनुरोध करने के लिए एक स्थानीय अदालत में मंगलवार को अर्जी दी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। सीमा पार कर पाकिस्तान गयी महिला को बाद में भारत को सौंप दिया गया था। अधिकारी ने कहा कि लद्दाख के करगिल की टीम सोमवार रात को नागपुर पहुंची।
सुनीता जामगडे (43) करगिल के हुंदरमन गांव से पाकिस्तान की सीमा में चली गयी थी। कपिलनगर थाने के अधिकारी ने कहा, ‘करगिल पुलिस ने नागपुर में एक कोर्ट के समक्ष अर्जी दी है, जिसमें महिला की गिरफ्तारी की अनुमति दिए जाने का अनुरोध किया गया है। कोर्ट मामले में बुधवार को सुनवाई करने वाली है।’ पुलिस ने इससे पहले बताया था कि सुनीता जामगडे 4 मई को अपने 13 वर्षीय बेटे के साथ नागपुर से चली थी और वह करगिल पहुंची थी, जहां से वह 14 मई को पाकिस्तान की सीमा में पहुंच गयी थी। उसने नियंत्रण रेखा (एलओसी) को पार करने से पहले अपने बेटे को कथित तौर पर वहीं छोड़ दिया था। पुलिस ने बताया कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने महिला को पकड़ कर उसे हिरासत में रखा और बाद में उन्होंने उसे भारतीय प्राधिकारियों को आधिकारिक तौर पर सौंप दिया।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि सुनीता जामगडे 2 पाकिस्तानी नागरिकों के संपर्क में थी। अमृतसर पुलिस ने ‘जीरो एफआईआर’ दायर की थी, जिसे बाद में नागपुर के कपिलनगर थाने में स्थानांतरित कर दिया गया। महिला नागपुर में रहती है।