सन्मार्ग संवाददाता
मुनमुन, कोलकाता :
शहर के विभिन्न अस्पतालों में डेंगू के मामलों में तेज़ी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। एक सप्ताह पहले जहाँ अधिकांश अस्पतालों में डेंगू के दो से तीन मरीज़ भर्ती थे, वहीं अब यह संख्या दोगुनी से भी अधिक हो चुकी है। अस्पतालों के मुताबिक, ज़्यादातर मरीज़ों की हालत गंभीर नहीं है, लेकिन कुछ मामलों में प्लेटलेट्स गिरने के कारण प्लेटलेट्स चढ़ाने की आवश्यकता पड़ रही है।
शहर में हो रही छिटपुट बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान कर रही है। वुडलैंड्स मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के गहन चिकित्सा प्रभारी डॉ. सौतिक पांडा ने बताया कि एक सप्ताह पहले हमारे यहाँ डेंगू के चार मरीज़ भर्ती थे, अब यह संख्या आठ हो गई है। तापमान में गिरावट के बावजूद बारिश के कारण खतरा अभी भी बना हुआ है।
चार्नॉक अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि डेंगू के मामलों में पिछले सप्ताह की तुलना में लगभग 30 से 40 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। वहीं बेले व्यू क्लिनिक के सीईओ प्रदीप टंडन ने कहा, एक सप्ताह पहले हमारे पास दो से तीन मरीज़ थे, अब यह संख्या बढ़कर सात हो गई है। इनमें से कुछ को सिंगल-डोनर प्लेटलेट्स की आवश्यकता पड़ी है, लेकिन सभी की स्थिति स्थिर है।
साल्ट लेक स्थित ईएसआई हाउसिंग एस्टेट के निवासी एक 15 वर्षीय किशोर की डेंगू से मौत हो गई, जिसने शहर में चिंता की लहर दौड़ा दी है। हालांकि, अस्पतालों का कहना है कि अधिकतर मरीज़ गंभीर स्थिति में नहीं हैं और ओपीडी में इलाज से ही ठीक हो रहे हैं। पीयरलेस अस्पताल के सीईओ सुदीप्त मित्रा ने बताया कि हमारे ओपीडी में इलाज करा रहे डेंगू के अधिकांश मरीज़ों को अस्पताल में भर्ती करने की ज़रूरत नहीं पड़ी है।
आरएन टैगोर इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियक साइंसेज़ के इंटरनल मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. अरिंदम बिस्वास ने कहा, “हालांकि डेंगू के मामलों में मामूली बढ़ोतरी हुई है, लेकिन स्थिति गंभीर नहीं है। फिर भी, जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है, उन्हें अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि उनके लिए संक्रमण घातक हो सकता है।
स्वास्थ्य विभाग की अपील:
नगर निकाय के सहयोग से मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए सफाई अभियानों को तेज़ किया गया है। अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने आस-पास पानी जमा न होने दें और नियमित रूप से अपने घरों और आस-पास सफ़ाई बनाए रखें।