कोलकाता: महालया के बाद से ही कोलकाता की सड़कों पर दुर्गा पूजा की रौनक दिख रही है। पचमी से शुरू हुई भीड़ सप्तमी को चरम पर पहुंच गई है। शहर के हर मोहल्ले में लोगों की भारी भीड़ है। बागबजार, कुमोरटूली पार्क, हाथीबागान, काशी बोस लेन, तेलंगाबागान और उल्टोडांगा जैसे इलाकों में भारी जनसमूह उमड़ा है।
वाहन नियंत्रण के बावजूद लोग ऑटो पर निर्भर हैं। लेकिन ऑटो चालकों ने भीड़ का फायदा उठाते हुए किराया दोगुना-तीन गुना कर दिया है। जहां सामान्यतः 10 रुपये में सफर होता था, वहीं अब 20 से 30 रुपये वसूले जा रहे हैं। किराया बढ़ाने पर चालक कहते हैं, अच्छा नहीं लगे तो मत जाओ। कई यात्रियों को मजबूरी में पैदल चलना पड़ रहा है।
भीड़ के कारण सड़कें जाम हैं और कई जगह ऑटो तक नहीं मिल रहे। बावजूद इसके लोग उत्साह के साथ मण्डपों की यात्रा कर रहे हैं। नए कपड़ों में लोग लंबी दूरी पैदल तय कर रहे हैं, पसीने में भीगे हुए हैं, लेकिन उत्सव का आनंद ले रहे हैं।
पुलिस के कड़े नियंत्रण और दिशा-निर्देशों के बावजूद भीड़ को संभालना मुश्किल हो रहा है। सप्तमी की रात शहर के कई हिस्सों में हजारों की भीड़ उमड़ी हुई है। इस तरह, सप्तमी का कोलकाता एक ‘वॉकिंग टाउन’ बन गया है, जहां ऑटो महंगे और सड़कें जाम हैं।