ढाका : बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया लंदन में 4 महीने तक इलाज कराने के बाद मंगलवार को स्वदेश लौट आईं। वह 8 जनवरी को लंदन गई थीं और उन्हें ‘लंदन क्लीनिक’ में भर्ती कराया गया था। क्लीनिक से छुट्टी मिलने के बाद बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष अपने सबसे बड़े बेटे तारिक रहमान के घर चली गई थीं।
कई तरह की बीमारियां
मीडिया ने बीएनपी मीडिया प्रकोष्ठ के सदस्य सैरुल कबीर खान के हवाले से बताया कि खालिदा और उनके साथ आए लोगों को लेकर कतर की शाही एयर एंबुलेंस सुबह 10:42 बजे हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी। बांग्लादेश की तीन बार प्रधानमंत्री रह चुकीं 79 वर्षीय खालिदा लंबे समय से लिवर सिरोसिस, किडनी रोग, हृदय रोग, मधुमेह और गठिया से पीड़ित हैं।
इस बीच, बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ खालिदा की अगवानी करने के लिए हवाई अड्डे पर पहुंचे। हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए फखरुल ने उम्मीद जताई कि पार्टी अध्यक्ष खालिदा जिया की वापसी से देश में लोकतंत्र की बहाली और उन्नति में मदद मिलेगी।
‘ढाका ट्रिब्यून’ ने बीएनपी नेता के हवाले से कहा, ‘वर्षों तक फासीवादी उत्पीड़न का शिकार रहीं खालिदा इलाज के लिए विदेश गई थीं। फासीवाद के पतन के साथ उन्हें आखिरकार उचित चिकित्सा देखभाल मिल पाई। करीब चार महीने के इलाज के बाद वह आज घर लौट रही हैं। यह हमारे और लोगों के लिए बहुत खुशी की बात है। देश के मौजूदा हालात में खालिदा जिया की मौजूदगी और घर वापसी लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण बात है। हमारा मानना है कि हमारी नेता की मौजूदगी और वापसी से लोकतंत्र की बहाली आसान होगी।’
7 साल की सजा, तख्तापलट के बाद रिहा
मार्च में बांग्लादेश के उच्चतम न्यायालय ने जिया को भ्रष्टाचार के एक मामले में बरी करने संबंधी उच्च न्यायालय के एक फैसले को बरकरार रखा था। जिया को 2018 में ढाका की एक अदालत ने ‘जिया चैरिटेबल ट्रस्ट’ भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराया था। अदालत ने उन्हें 7 साल जेल की सजा सुनाई थी और 10 लाख टका (बांग्लादेशी मुद्रा) का जुर्माना भरने को कहा था। लेकिन पिछले साल कट्टरपंथियों द्वारा जनता की चुनी शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद राष्ट्रपति ने एक आदेश से खालिदा को रिहा करा दिया।