Munmun
टॉप न्यूज़

रायगंज विश्वविद्यालय में कालिदास जयंती मनायी गयी

सन्मार्ग संवाददाता

कालियागंज : विश्वविद्यालय के शोध केंद्र द्वारा कालिदास जयंती धूमधाम से मनायी गयी। 2024 में स्थापित कालिदास शोध केंद्र का आधिकारिक उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ दीपक कुमार रॉय ने किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न विदेशी भाषाओं में अनुवाद ने साबित कर दिया है कि कैसे कालिदास के नाटक अभिज्ञान शाकुंतलम ने दुनिया में प्रसिद्धि प्राप्त की है। कालिदास शोध केंद्र के निदेशक प्रो प्रशांत कुमार महला ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कालिदास शोध केंद्र के उद्देश्य और लक्ष्यों की चर्चा की और कहा कि रायगंज विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल का पहला विश्वविद्यालय है जहां कालिदास शोध केंद्र स्थापित किया गया है और जो कोई भी कालिदास पर शोध करना चाहता है, उसके लिए सभी प्रकार की सुविधाएं और पुस्तकें उपलब्ध हैं। कार्यक्रम का संचालन संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ स्वप्न मल ने शुरू से अंत तक संस्कृत में किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रवींद्र भारती विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के सेवानिवृत्त विभागाध्यक्ष प्रो. सत्यनारायण चक्रवर्ती उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि कालिदास के अभिज्ञान शाकुंतलम की नायिका शकुंतला का चरित्र चित्रण ईश्वरचंद्र विद्यासागर जैसे विभिन्न लेखकों ने किया है, माइकल मधुसूदन ने इसे रवींद्रनाथ टैगोर के दृष्टिकोण से खूबसूरती से चित्रित किया है। प्रो. चक्रवर्ती ने कालिदास शोध केंद्र के विकास के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति को एक लाख रुपये का चेक सौंपा। इससे पहले उन्होंने इस केंद्र को कालिदास पर लाखों रुपये की शोध पुस्तकें दान की थीं। विश्वभारती विश्वविद्यालय के संस्कृत, पाली और प्राकृत विभाग के प्रो. निरंजन जेना ने कालिदास की कविता में वैदिक तत्वों पर चर्चा की। रायगंज विश्वविद्यालय के कला, वाणिज्य और कानून विभाग के प्रो. अनिरुद्ध दास ने अन्य साहित्य पर कालिदास के प्रभाव पर प्रकाश डाला। विज्ञान और प्रबंधन संकाय के डीन प्रो. अशोक दास ने कालिदास के बारे में विभिन्न किंवदंतियों पर चर्चा की। कार्यक्रम की शुरुआत संस्कृत विभाग के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना और स्वागत संगीत से हुई तथा समापन विद्यार्थियों के बीच श्लोक प्रतियोगिता, संस्कृत नाटक और वाद-विवाद प्रतियोगिता के साथ हुआ। संस्कृत विभाग के प्रोफेसर अतनु आध्या और डॉ. समीर कुमार मंडल ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

SCROLL FOR NEXT