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जापान का निजी रेजिलिएंस नामक लैंडर चंद्रमा के सुदूर उत्तर में उतरने की कर रहा तैयारी

लैंडर चंद्रमा के करीब पहुंच रहा है

तोक्यो : जापान का एक निजी चंद्र लैंडर चंद्रमा के करीब पहुंच रहा है और उसका लक्ष्य एक छोटे रोवर के साथ पृथ्वी के एक मात्र प्राकृतिक उपग्रह के अबतक अज्ञात सुदूर उत्तर में उतरना है। जापान के स्थानीय समयानुसार तोक्यो की कंपनी आईस्पेस द्वारा तैयार चंद्र लैंडर ‘रेजिलिएंस’ शुक्रवार को चंद्रमा पर उतरने की कोशिश करेगा। चंद्रमा को लेकर तेजी से बढ़ रहे वाणिज्यिक अभियानों की श्रृंखला में यह नवीनतम प्रयास है।

कंपनी दो साल के अंतराल के बाद चंद्रमा पर अपना लैंडर ‘रेजिलिएंस’ उतारने की कोशिश करेगा। दो साल पहले कंपनी द्वारा भेजा गया मिशन असफल रहा था। ‘रेजिलिएंस’ में चंद्रमा की मिट्टी इकट्ठा करने के लिए एक फावड़ा सहित एक रोवर है, साथ ही एक स्वीडिश कलाकार का खिलौने के आकार का लाल घर भी है जिसे चंद्रमा की धूल भरी सतह पर उतारा जाएगा।

लंबे समय से चंद्र मिशन सरकारों के जिम्मे था, लेकिन 2019 में निजी कंपनियों को भी इसके लिए प्रोत्साहित किया गया। हालांकि, निजी कंपनियों को सफलता के अनुपात में असफलता अधिक मिली है।

‘रेजिलिएंस’ को इस साल जनवरी में अमेरिका के फ्लोरिडा से प्रक्षेपित किया गया था और इसने पिछले महीने चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था। इसे फायरफ्लाई एयरोस्पेस के ‘ब्लू घोस्ट’ नामक लैंडर के साथ स्पेसएक्स प्रक्षेपण यान के जरिये प्रक्षेपित किया था। ‘ब्लू घोस्ट’ तेजी से चंद्रमा पर पहुंचा और मार्च में सफलतापूर्वक वहां उतरने वाला पहला निजी लैंडर बन गया।

फायरफ्लाई कंपनी के लैंडर के कुछ दिन बाद एक और अमेरिकी कंपनी, इंट्यूटिव मशीन्स का रोवर भी चांद पर पहुंचा। हालांकि, उसका लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास एक गड्ढे में गिर गया और कुछ ही घंटों में उसे नष्ट हुआ घोषित कर दिया गया।

‘रेजिलिएंस’ चंद्रमा के उत्तरी हिस्से में उतरने की कोशिश करेगा जो छायादार दक्षिणी हिस्से की तुलना में कम भयावह स्थान है। आईस्पेस टीम ने मैरे फ्रिगोरिस या सी ऑफ कोल्ड में कुछ पत्थरों वाला एक समतल क्षेत्र चुना, जो क्रेटरों और प्राचीन लावा प्रवाह से भरा एक लंबा और संकीर्ण क्षेत्र है जो निकटवर्ती भाग के उत्तरी स्तर तक फैला हुआ है।

एक बार बिजली और संचार प्रवाह के साथ व्यवस्थित हो जाने पर, 7.5-फुट का रेजिलिएंस लैंडर छोटे से रोवर को चंद्र सतह पर उतार देगा।

कार्बन फाइबर प्लास्टिक से बने और चार पहियों वाले आईस्पेस के यूरोपियन निर्मित रोवर - जिसका नाम टेनेशियस है - में क्षेत्र का पता लगाने के लिए एक हाई-डेफिनिशन कैमरा और नासा के लिए चंद्रमा की कुछ मिट्टी इकट्ठा करने के लिए एक फावड़ा लगा है।रोवर का वजन मात्र 11 पाउंड (करीब साढ़े पांच किलोग्राम) है। यह लैंडर के करीब रहेगा तथा एक इंच प्रति सेकंड से भी कम की गति से चंद्रमा के सतह पर चलेगा।विज्ञान और तकनीकी प्रयोगों के अलावा, इसमें कलात्मकता भी जोड़ी गई है।रोवर में एक छोटा स्वीडिश शैली के लाल कॉटेज की प्रतिकृति भी है, जिस पर सफेद सजावट और हरा दरवाजा है। इसका निर्माण माइकल जेनबर्ग ने चंद्र सतह पर स्थापित करने के लिए किया है और ‘मूनहाउस’ नाम दिया है।

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