नई दिल्लीः कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पलटवार करते हुए सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी तथा जसवंत सिंह ने मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ की थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘पंडित नेहरू पर तुष्टिकरण के आरोप लगाए जा रहे हैं। लेकिन क्या प्रधानमंत्री, जो इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने में माहिर हैं, इन सवालों का जवाब देंगे?’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह कौन-से भारतीय नेता थे जिन्होंने 1940 के दशक की शुरुआत में बंगाल में उस व्यक्ति के साथ गठबंधन सरकार बनाई थी, जिसने मार्च 1940 में लाहौर में पाकिस्तान प्रस्ताव पेश किया था? जवाब: श्यामा प्रसाद मुखर्जी।’’
आडवाणी ने की थी जिन्ना की प्रशंसा
रमेश का कहना है, ‘‘वह कौन से भारतीय नेता थे जिन्होंने जून 2005 में कराची में जिन्ना की खुलकर तारीफ की थी? जवाब: लाल कृष्ण आडवाणी। वह कौन-से भारतीय नेता थे जिन्होंने अपनी 2009 में प्रकाशित पुस्तक में जिन्ना की प्रशंसा की थी? जवाब: जसवंत सिंह।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को लोकसभा में दावा किया कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए मुस्लिम लीग के दबाव में वंदे मातरम् के टुकड़े कर दिए गए। मोदी ने यह भी कहा, ‘‘कांग्रेस वंदे मातरम् के बंटवारे पर झुकी, इसलिए उसे एक दिन भारत के बंटवारे के लिए झुकना पड़ा।’’
पीएम ने वंद मातरम् पर चर्चा के दौरान कांग्रेस को घेरा
मोदी ने सदन में ‘‘राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर चर्चा’’ की शुरुआत करते हुए 1975 में देश में लगाए गए आपातकाल का हवाला दिया और कहा कि जब राष्ट्रीय गीत के 100 वर्ष पूरे हुए, तब देश आपातकाल की जंजीरों में जकड़ा हुआ था और संविधान का गला घोंट दिया गया था।
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