जयपुरः जयपुर जिले के चौमूं कस्बे में एक मस्जिद के बाहर सड़क के किनारे लगाई गई लोहे की रेलिंग हटाते समय भीड़ के पथराव करने से चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि यह घटना जयपुर से 40 किलोमीटर दूर चौमूं कस्बे में बस स्टैंड इलाके के पास तड़के करीब तीन बजे हुई।
इसके अनुसार प्रशासन ने सड़क पर अतिक्रमण कर लगाई गई लोहे की रेलिंग हटाने की कोशिश की तो तनाव बढ़ गया। अधिकारियों ने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने पथराव के आरोप में कम से कम 40 लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) संजय अग्रवाल ने कहा, "स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। पथराव में चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" चौमूं की पुलिस उपाधीक्षक ऊषा यादव ने कहा, "दो-तीन अन्य लोगों को भी मामूली चोटें आई हैं। सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।"
शांतिपूर्ण बातचीत के बाद भी हंगामा
पुलिस के अनुसार, बृहस्पतिवार शाम को प्रशासन और एक समुदाय के सदस्यों के बीच मस्जिद के बाहर सड़क पर रखे कुछ पत्थरों को हटाने के बारे में बातचीत हुई थी। समुदाय के सदस्य उन्हें खुद हटाने पर सहमत हो गए थे। हालांकि पत्थर हटाए जाने के बाद कुछ लोगों ने कथित तौर पर मस्जिद के बाहर एक चारदीवारी या बाउंड्री बनाने के लिए लोहे की रेलिंग लगाना शुरू कर दिया, जिससे नए सिरे से आपत्ति हुई और अशांति फैल गई क्योंकि इससे सड़क पर अतिक्रमण हो रहा था।
रेलिंग हटाने के दौरान पथराव
शुक्रवार सुबह जब प्रशासन ने जेसीबी मशीन से रेलिंग हटाने की कोशिश की तो कुछ असामाजिक तत्वों ने कथित तौर पर पथराव किया, जिसमें चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्हें बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्थिति बिगड़ने की आशंका को देखते हुए चौमूं, हरमाड़ा, विश्वकर्मा, दौलतपुरा और अन्य आस-पास के पुलिस थानों से अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर भेजा गया। पुलिस ने बताया कि एहतियात के तौर पर चौमूं में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिसकर्मी सुबह से ही शहर में फ्लैग मार्च कर रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए टीमें बनाई गई हैं।