माले : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत के मालदीव के साथ ऐतिहािसक संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों देश बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा आदि जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं और हम अपनी साझेदारी को और गहरा करने के लिए उत्सुक है। मोदी शनिवार को मालदीव के स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मालदीव की राजधानी के प्रतिष्ठित ‘रिपब्लिक स्क्वायर’ पर मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
उपराष्ट्रपति लतीफ सहित कई प्रमुख नेताओं से मुलाकात
मालदीव की दो दिवसीय यात्रा पर आये प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के उपराष्ट्रपति उज हुसैन मोहम्मद लतीफ सहित देश के प्रमुख नेताओं से मुलाकात के दौरान भारत-मालदीव साझेदारी को दोनों देशों के लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी बताया। प्रधानमंत्री ने मालदीव के स्वतंत्रता दिवस की 60वीं वर्षगांठ पर शुभकामनाएं दीं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि दोनों पक्षों ने गहरे और विशेष संबंधों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उपराष्ट्रपति लतीफ ने जरूरत के समय मालदीव को भारत की निरंतर सहायता के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया। लतीफ ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री से मुलाकात करना सम्मान की बात है।
भारत-मालदीव संसदीय मैत्री समूह के गठन का स्वागत
मोदी ने ‘पीपुल्स मजलिस’ (मालदीव की संसद) के अध्यक्ष अब्दुल रहीम अब्दुल्ला से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने 20वीं मजलिस में भारत-मालदीव संसदीय मैत्री समूह के गठन का भी स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भारत मालदीव में क्षमता निर्माण में सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद से भी मुलाकात की। ग्यारह नवंबर, 2008 से सात फरवरी, 2012 तक मालदीव के राष्ट्रपति रहे नशीद ने भारत-मालदीव संबंधों को मजबूत बनाने के लिए भारत के निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। मोदी ने मालदीव के विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्यों के साथ भी एक ‘सार्थक’ बैठक की। मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साथ शुक्रवार को व्यापक वार्ता की। उन्होंने मालदीव के लिए 4,850 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा देने की घोषणा की।