न्यूयॉर्क/वाशिंगटन : अमेरिका के उप विदेश मंत्री क्रिस्टोफर लैंडाउ ने कहा कि भारत-अमेरिका संबंध ‘ऐतिहासिक शिखर’ पर हैं और 21वीं सदी में एक महत्वपूर्ण साझेदारी का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीं, भारत और अमेरिका ने क्षेत्रीय स्थिरता एवं शांति बनाए रखने की ‘साझा इच्छा’ की फिर से पुष्टि की।लैंडाउ ने वाशिंगटन में विदेश सचिव विक्रम मिसरी से मुलाकात के बाद दोनों देशों के संबंध को ‘ऐतिहासिक रूप से शिखर’ पर बताया। मिसरी वर्तमान में अमेरिका की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं।
वाशिंगटन में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि मिसरी की लैंडाउ के साथ वाशिंगटन में ‘पहली बैठक’ हुई। इस दौरान उन्होंने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय एजेंडे और साझा प्राथमिकताओं के पूर्ण विस्तार पर चर्चा की।
लैंडाउ ने ‘एक्स’ पर कहा कि मिसरी के साथ ‘शानदार भोज’ के दौरान भारत-अमेरिका संबंधों पर चर्चा की। भारत-अमेरिका संबंध ‘ऐतिहासिक शिखर पर है और 21वीं सदी में एक महत्वपूर्ण साझेदारी का प्रतिनिधित्व करता है। हमने निष्पक्ष और पारस्परिक व्यापार को बढ़ाने, अवैध आव्रजन से निपटने तथा मादक पदार्थ विरोधी सहयोग को बढ़ाने के महत्व पर चर्चा की।’
भारतीय दूतावास ने कहा कि मिसरी और लैंडाउ इस बात पर सहमत हुए कि तकनीक-व्यापार-प्रतिभा मौजूदा समय में भारत-अमेरिका साझेदारी को आकार देगी। उन्होंने नेतृत्व के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने और भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में भारतीय दूतावास ने कहा कि 21वीं सदी के लिए भारत-अमेरिका ‘कॉम्पैक्ट’ (सैन्य साझेदारी, त्वरित वाणिज्य और प्रौद्योगिकी के लिए अवसरों को बढ़ावा देना) पर अंतर-एजेंसी चर्चा को लेकर मिसरी ने उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पवन कपूर के साथ भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। उप राष्ट्रपति जेडी वेंस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एंडी बेकर और ‘काउंसलर’ माइकल नीधम ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। बेकर उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की नयी जिम्मेदारी संभालने वाले हैं। दूतावास ने कहा, ‘व्हाइट हाउस में हुई यह चर्चा ‘ट्रस्ट’ (रणनीतिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए संबंधों में परिवर्तन) पहल को लागू करने, रक्षा और ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने और ‘क्वाड’ (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद), आईएमईईसी (भारत पश्चिम एशिया यूरोप आर्थिक गलियारा) और ‘आई2यू2’ (भारत, इजराइल, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) एवं अमेरिका) पहल को मजबूत करने पर केंद्रित रही।’