नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश अभय एस ओका सुनवाई के बीच, तब भड़क गये जब एक साथ कई वकीलों ने बोलना शुरू कर दिया और अपनी-अपनी दलीलें पेश करनी शुरू कर दीं। इसे देखते हुए न्यायमूर्ति ओका ने वकीलों को शांत रहने और बारी-बारी से दलीलें देने को कहा लेकिन वकील बाज नहीं आये तो उन्होंने कहा कि यही जारी रहा तो मैं सारी फाइलें फेंक दूंगा।
न्यायमूर्ति ओका ने कहा कि वे ऐसी अनुशासनहीनता देख कर तंग आ गये हैं। हम हर रोज इस तरह की अनुशासनहीनता देखते हैं और जब हम वकीलों से पूछते हैं कि वे किसके लिए पेश हो रहे हैं, तो उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलता।
उन्होंने कहा कि कोर्टरूम में एक नियम लागू किया जाना चाहिए कि अगर वकील एक ही समय में बहस करते रहेंगे, तो हम उनकी फाइलें फेंक देंगे। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने अदालत को बताया कि इस हंगामे में कई दखलंदाज लोग शामिल हैं, जो इस मामले को अदालत से बाहर करवाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल सच है। यह मामले को खत्म करवाने की उनकी रणनीति का हिस्सा है। जिनके मामले सूचीबद्ध हैं, वे अदालत में अपनी दलील देने में सक्षम नहीं हैं और जो लोग मामले से जुड़े नहीं है वे दखलंदाजी दे रहे हैं। ऐसे ही दखलंदाज लोग तस्वीर में आ जाते हैं। न्यायमूर्ति ओका इस साल मई में वह रिटायर हो रहे हैं।