सबिता, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर ने काफी वितर्क के बीच मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की नींव रखी। अब इसके चौबीस घंटे के भीतर ही रविवार को उन्हाेंने यू टर्न लिया। हुमायूं कबीर ने कहा कि वह विधायक पद से इस्तीफा नहीं देंगे। वह भरतपुर से विधायक बने रहेंगे। इसका कारण भी बताया। हुमायूं के अनुसार वहां के लोग उन्हें विधायक पद पर ही देखना चाहते हैं। कई काम बाकी है। लोगों के हाई डिमांड को देखते हुए विधायक पद से इस्तीफा देने के फैसले काे उन्होंने बदल लिया। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को हुमायूं ने कहा था कि वह विधायक पद से इस्तीफा देंगे और स्पीकर विमान बनर्जी को अपना इस्तीफा सौपेंगे। गुरुवार को तृणमूल ने हुमायूं को पार्टी से निलंबित किया तथा भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया। इसके बाद ही अगले दिन हुमायूं ने कहा था कि वह विधायक पद भी छोड़ देंगे लेकिन अब उन्होंने अपना फैसला बदल दिया है। इसे लेकर राजनीतिक रुप में अलग अलग कयास लगाये जा रहे हैं।
1 लाख स्वरों के साथ ‘कुरान ख्वानी’ : रविवार को ब्रिगेड में गीता पाठ कार्यक्रम हुआ। हुमायूं कबीर ने भाजपा को निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा हिंदुत्व का कार्ड खेल रही है। यह उनके लिए नया नहीं है। सनातन धर्म के लोग गीता पाठ कर ही सकते हैं। मैं भी उनका सम्मान करता हूं। हुमायूं ने चुनौती देते हुए घोषणा की कि मुर्शिदाबाद में 1 लाख स्वरों के साथ कुरान ख्वानी होगा। उन्होंने पत्रकारों से कहा, मैं फरवरी में एक लाख लोगों के साथ ‘कुरान ख्वानी’ का आयोजन करूंगा।
एआईएमआईएम के साथ गठबंधन?
हुमायूं कबीर ने एआईएमआईएम के साथ गठबंधन कर नई पार्टी बनाने की घोषणा की। विधायक का दावा, असदुद्दीन ओवैसी से बातचीत जारी है। असदुद्दीन ने मुझे हैदराबाद आने को कहा है, मैं तय समय पर जाऊंगा। एआईएमआईएम के साथ गठबंधन करेंगे। 135 उम्मीदवार उतारने का दावा किया है तथा खुद को बड़ा गेमचेंजर होने का भी दावा किया है।