रविवार को राज्यपाल डॉ. सी.वी. आनंद बोस ने सॉल्टलेक स्टेडियम का दौरा किया। साथ में हैं मुख्य सचिव डॉ. मनोज पंत  
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मेस्सी कार्यक्रम के दौरान मची अफरा-तफरी की उच्च स्तरीय जांच तेज

सबिता, सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेस्सी से जुड़े कार्यक्रम के दौरान सॉल्टलेक स्टेडियम में हुई अफरा-तफरी और तोड़फोड़ को लेकर उच्च स्तरीय जांच तेज कर दी गई है। स्टेडियम में अव्यवस्था, प्रशंसकों का गुस्सा और संपत्ति को हुए नुकसान के कारणों की गहन जांच की जा रही है। इस मामले में कार्यक्रम के मुख्य आयोजक को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया, हालांकि फैंस की नाराजगी अभी भी बनी हुई है। घटना के अगले दिन रविवार को राज्यपाल डॉ. सी.वी. आनंद बोस ने सॉल्टलेक स्टेडियम का दौरा कर घटनास्थल का निरीक्षण किया। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा गठित उच्च स्तरीय जांच समिति ने भी स्टेडियम का मुआयना किया। कलकत्ता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति असीम कुमार राय की अध्यक्षता में समिति गठित की गयी है। कमेटी ने नुकसान का जायजा लिया। रविवार को राज्यपाल बोस ने मुख्य सचिव डॉ. मनोज पंत, खेल विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेश कुमार सिन्हा और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के साथ स्टेडियम के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया। राज्यपाल ने सॉल्टलेक स्टेडियम में हुई घटना को कोलकाता के खेल प्रेमियों के लिए एक काला दिन करार दिया। राज्यपाल ने अराजकता के लिए आयोजकों को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वे घटनास्थल पर जो कुछ भी देखेंगे, उस पर एक रिपोर्ट तैयार करेंगे और भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचने के लिए क्या किया जा सकता है, इस बारे में राज्य सरकार को सलाह भी देंगे।

सेवानिवृत्त न्यायाधीश असीम कुमार राय ने मैदान और गैलरी का दौरा किया। इस दौरान मुख्य सचिव मनोज पंत और गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती मौजूद थीं।

घटना की वीडियोग्राफी की गई

सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति असीम कुमार राय ने मैदान और गैलरी में कई जगहों का दौरा किया। घटना की वीडियोग्राफी की गई। उन्होंने बाहर आकर कहा कि पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई है। हर चीज की जांच की जा रही है। इन सभी बातों का उल्लेख रिपोर्ट में किया जाएगा। किसकी लापरवाही के कारण यह सब हुआ? इस सवाल के जवाब में सेवानिवृत्त न्यायाधीश ने कहा, जांच अभी शुरुआती चरण में है। इसलिए मैं अभी कुछ नहीं कह सकता। सरकार ने हमें जांच करने के लिए कहा है। हम वह कर रहे हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएंगे कि भविष्य में ऐसी स्थितियां न हों। हम ऐसा करेंगे और फिर अपना बयान देंगे। उचित समय पर रिपोर्ट किए जाएंगे। यह घटना क्यों या कैसे हुई, इस बारे में भी जानकारी दी जाएगी। इस दौरान मुख्य सचिव मनोज पंत और दूसरी तरफ गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती मौजूद थीं। ये दोनों भी जांच समिति के सदस्य हैं। हालांकि, दोनों में से किसी ने भी पत्रकारों से बात नहीं की।

स्टेडियम में टूटी हुई प्लास्टिक की कुर्सियां

नुकसान का जायजा, सफाई और मरम्मत काम पर रोक

अधिकारियों के मुताबिक तीन सदस्यीय टीम ने स्टेडियम के जमीनी निरीक्षण के दौरान टूटी हुई प्लास्टिक की कुर्सियों, मुड़े हुए धातु के अवरोधक और कूड़े से भरी गैलरी का जायजा लिया। यह स्टेडियम भारत के सबसे बड़े फुटबॉल मैदानों में से एक है। एक अधिकारी ने बताया कि सफाई और मरम्मत का काम रोक दिया गया ताकि समिति के सदस्य नुकसान की सीमा का आकलन कर सकें और उस घटनाक्रम की जांच कर सके जिसके कारण अराजकता फैली। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि स्टेडियम गैलरी के कई हिस्सों में बिखरे हुए जूते, फटे हुए बैनर, टूटी हुई रेलिंग और क्षतिग्रस्त फाइबरग्लास सीटें दिखाई दे रही थीं, जबकि पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ के प्रवाह के पैटर्न की जांच करते समय स्थल के कुछ हिस्सों की सुरक्षा कर रहे थे।

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