झुलसती गर्मी सेा राहत! Shiva Sharma
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पूर्वोत्तर में भारी बारिश, बाढ़ का कहर थमा, उत्तर-पश्चिम हफ्ते भर रहेगी गर्मी!

7 राज्यों में हीटवेव का अलर्ट, राजस्थान में 46डिग्री तक जा सकता है पारा

नयी दिल्ली : देश में मानसून के समय से पहले आने के बावजूद कई क्षेत्रा में अब भी इसका इंतजार है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून के दक्षिणी और पूर्वाेत्तर के राज्यों में ठहरने के चलते दिल्ली और उत्तर-पश्चिम भारत अभी करीब हफ्ते भर गर्मी में तपते रहेंगे। इसके बाद बारिश होने का अनुमान जताया गया है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में अगले दो दिन तेज गर्मी पड़ सकती है। मध्य प्रदेश सहित 7 उत्तरी राज्यों में लू (हीटवेव) का अलर्ट जारी किया गया है और राजस्थान में पारा एक बार फिर 46 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है।

दिल्ली में पांच दिन में पारा 3-4 डिग्री और ऊपर जायेगा

मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में अगले पांच दिन में पारा 3-4 डिग्री सेल्सियस और ऊपर जायेगा। शनिवार को यहां पारा 40 डिग्री के आसपास पहुंच गया था। अनुमान है कि मंगलवार तक यह 44 डिग्री तक पहुंच जायेगा। इस तरह यह सीजन सबसे गर्म हफ्ता होगा। अभी तक दिल्ली में सबसे ज्यादा गर्मी 16 मई को पड़ी थी जब तापमान 42.3 रिकॉर्ड किया गया था।

इन राज्यों के लिए लू की चेतावनी

मौसम विभाग ने इसके साथ ही विभिन्न प्रदेशों के लिए लू की चेतावनी जारी की है। इनमें पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान शामिल हैं। आईएमडी के मौसम विज्ञानी नरेश कुमार ने कहाकि वैसे तो देश के विभिन्न हिस्सों में तापमान सामान्य से कम है लेकिन अगले चार से पांच दिन में इसमें बदलाव होगा। उन्होंने कहा कि नौ जून से राजस्थान और 10 जून से पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में लू का दौर शुरू होने का अनुमान है।

मानसून का हाल

मानसून पिछले एक हफ्ते से आगे नहीं बढ़ा है। सूखी हवा के अवरोध के चलते 29 मई से मानसून की बढ़त थमी हुई है। अनुमान है कि अब 12 से 18 जून के हफ्ते में मानसून आगे बढ़ेगा। गौरतलब है कि अभी तक देश के कई हिस्सों में उस तरह से गर्मी नहीं पड़ रही है, इसका कारण दक्षिण पश्चिम मानसून का समय से पहला आना है। आमतौर पर मानसून जून के अंत तक देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंच जाता है और आठ जुलाई तक यह पूरे देश में पहुंच जाता है। मानसून के दिल्ली तक पहुंचने की तारीख अमूमन 27 जून होती है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव एम राजीवन ने कहा कि 12 जून तक मानसून बहुत कमजोर रहेगा और जून के तीसरे हफ्ते में यह फिर से जागृत हो सकता है।

13 जून से शुरू होने लगेगी मानसूनी बारिश

स्काइमेट मौसम विज्ञान के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि इस क्षेत्र में मौसम तंत्र, जिसमें एक पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन शामिल हैं, दोनों कमजोर हो गये हैं। उन्होंने कहा कि मानसूनी बारिश 13 जून से शुरू होने लगेगी। तब तक लगभग पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ सहित पश्चिमी हिमालय में सूखे मौसम की स्थिति बनी रहेगी। आईएमडी के कुमार ने कहा कि तीन से चार दिन के बाद पूरे दक्षिणी प्रायद्वीप में मानसून फिर से सक्रिय होगा और केरल, कर्नाटका और तमिलनाडु में भारी बारिश लौटेगी।

पूर्वोत्तर के राज्यों का हाल

रब सागर से तेजी से आगे बढ़ा मानसून 29 मई तक मुंबई, पुरी, बांग्लादेश होते हुए सिक्किम तक पहुंच गया था। असम, मणिपुर, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, नगालैर्ड, सिक्किम में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। इस बीच गान्तोक के पाकयोंग में सेना के जवानों ने एमआई-17 हेलिकॉप्टरों के साथ चाटेन लैंडस्लाइड में फंसे सभी लोगों का सुरक्षित बाहर निकालने का अभियान पूरा कर लिया। कई दिनों तक हुई मूसलधार बारिश के कारण राज्य में भूस्खलन, मिट्टी धंसने, अचानक बाढ़ और चट्टानें गिरने की घटनाएं हुईं थीं। अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ के हालात में शनिवार को भी सुधार हुआ। नदियों का जलस्तर घटने लगा है जबकि 24 जिलों में 33 हजार लोग अभी भी प्रभावित हैं।

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