हाथरस : हाथरस सत्संग भगदड़ मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) के आरोपपत्र की शुक्रवार को एक अदालत में तीखी आलोचना हुई। इस मामले में भोले बाबा का प्रतिनिधित्व कर रहे सुप्रीम कोर्ट के वकील ए.पी. सिंह ने आरोपपत्र को मीडिया और राजनीतिक दबाव से प्रभावित ‘झूठ का पुलिंदा’ बताया है। सिंह ने कहा, एसआईटी का आरोपपत्र झूठ का पुलिंदा है। इसे मीडिया के दबाव, सरकारी प्रभाव और जनता के आक्रोश के चलते जल्दबाजी में तैयार किया गया है। निर्दोष लोगों को गलत तरीके से फंसाया गया है।
जांच में कथित विसंगतियों और खामियों को उजागर करने के लिए अदालत में विस्तृत दलीलें पेश की गईं। अदालत में यह पहले ही स्पष्ट हो चुका है कि यह आरोपपत्र मनगढ़ंत है। हाथरस जिले की सिकंदराराऊ तहसील में 2 जुलाई, 2024 को हुई भगदड़ की घटना के सिलसिले में यहां जिला अदालत में सुनवाई के दौरान आरोपपत्र पर चर्चा की गई। इस घटना में सूरजपाल उर्फ नारायण साकर हरि उर्फ भोले बाबा द्वारा संबोधित एक धार्मिक सभा के दौरान 121 लोगों की मौत हो गयी गई थी - जिनमें से ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे।