बेंगलुरू : हल्के लड़ाकू विमान ‘तेजस’ के निर्माता हिंदुस्तान एअरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने बुधवार को आश्वासन दिया कि वह जल्द भारतीय वायुसेना को विमान की आपूर्ति शुरू कर देगा और तकनीकी दिक्कतें दूर हो गयी हैं।
वायुसेना प्रमुख ने एचएएल पर निकाली थी भड़ास
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना के प्रमुख एअर चीफ मार्शल एपी सिंह ने एचएएल पर पिछले दिनों जमकर भड़ास निकाली थी। अब ‘तेजस’ की डिलिवरी पर एचएएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (एमडी) डी के सुनील ने स्पष्ट किया है कि हम जल्द ही वायुसेना को ‘तेजस’ मार्क 1ए की डिलीवरी शुरू कर देंगे। सुनील ने कहा कि देरी केवल उद्योग में सुस्ती के कारण नहीं हुई है। उन्होंने एअरो इंडिया 2025 कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा कि कुछ तकनीकी दिक्कतें थीं, जिन्हें सुलझा लिया गया है। वायुसेना प्रमुख की चिंता जायज है। सुनील के अनुसार विभिन्न स्तरों पर बैठकें हो चुकी हैं और केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम एचएएल जल्द विमान की आपूर्ति करेगा।
विमानों की कमी पर बार-बार चिंता जता चुके वायुसेना प्रमुख
बेंगलुरू एअर शो के दौरान वायुसेना प्रमुख एअर चीफ सिंह ने ‘तेजस’ की डिलीवरी पर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि वायुसेना को 40 लड़ाकू विमान अभी तक नहीं मिले। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वायुसेना प्रमुख ने एचएएल के अधिकारियों से कहा था कि मुझे इस कंपनी पर भरोसा नहीं है। वायुसेना प्रमुख लगातार घटती स्क्वाड्रन और विमानों की कमी से जूझ रही वायुसेना को लेकर अलग-अलग मंचों से अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं।
एचएएल को 2028 तक देने हैं 83 ‘तेजस’
एचएएल को 2021 में भारतीय वायुसेना के लिए 83 ‘तेजस’ मार्क-1ए बनाने के लिए 46,898 करोड़ रुपये का अनुबंध मिला था। कंपनी के पास 2024 से 2028 के बीच 83 विमान की अदायगी करने का समय है हालांकि बताया जा रहा है कि अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिस (जीई) की ओर से इंजन की आपूर्ति में की गयी देरी इसकी मुख्य वजह है। जीई ने पहले फरवरी-मार्च में इंजन आपूर्ति कर देने का वादा किया था। फिर अक्टूबर तक की बात की मगर इसमें अभी और देरी है। एचएएल विमान और एअरफ्रेम पर काम कर रहा है। इंजन आते ही विमान की पहली खेप तैयार कर ली जायेगी।