गुवाहाटीः ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर ने कौशल और दृढ़ संकल्प की कमी वाले भारतीय बल्लेबाजों को फिर से दिन में तारे दिखाए जिससे दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में 408 रन की रिकॉर्ड जीत दर्ज करके दो मैच की सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप किया।
यह हार भारत के टेस्ट इतिहास में एक और शर्मनाक अध्याय है क्योंकि रन के लिहाज से यह उसकी सबसे बड़ी हार है। यह तीसरा अवसर है जबकि किसी टीम ने भारत का उसकी धरती पर सूपड़ा साफ किया। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने 2000 में 2-0 से जबकि पिछले साल न्यूजीलैंड ने 3-0 से सीरीज जीती थी। इस पराजय से भारत की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को भी करारा झटका लगा है।
मुख्य कोच गौतम गंभीर के नेतृत्व में, भारत अब तक घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच टेस्ट हार चुका है। पिछले 66 वर्षों में यह पहला अवसर है जबकि भारतीय टीम सात महीनों के अंतराल में पांच टेस्ट हार गई।
भारत के सामने 549 रन का असंभव लक्ष्य
भारत के सामने 549 रन का असंभव लक्ष्य था और उसकी पूरी टीम मैच के पांचवें और अंतिम दिन 140 रन पर आउट हो गई। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 489 रन बनाए थे जिसके जवाब में भारतीय टीम 201 रन पर आउट हो गई थी। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी पांच विकेट पर 260 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी। भारत की तरफ से रविंद्र जडेजा ही कुछ संघर्ष कर पाए। उन्होंने 87 गेंदों में 54 रन बनाए।
हार्मर ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 37 रन देकर छह विकेट तथा मैच में कुल नौ विकेट लिए।
कोलकाता में पहला टेस्ट भी हारा था भारत
एडेन मार्क्रम ने नौ कैच लेकर एक टेस्ट मैच में सर्वाधिक कैच का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने भारत के अजिंक्य रहाणे के 2015 में लिए गए आठ कैच के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा। दक्षिण अफ्रीका ने कोलकाता में खेला गया पहला टेस्ट मैच 30 रन से जीता था।
भारत की कमजोरी बनी स्पिन गेंद खेलना
जिस भारतीय टीम के बल्लेबाजों को स्पिनर्स के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता था, अब वही टीम के बल्लेबाज स्पिनर्स के खिलाफ बेबस नजर आ रहे हैं। स्पिन खेलने में महारत भारतीय बल्लेबाजों का इस तरह से बल्लेबाजी करना, किसी दुर्भाग्य से कम नहीं है। अब भारत के बल्लेबाजों से बेहतर स्पिन विरोधी टीम के बल्लेबाज खेल रहे हैं। सेनुरन मुथुसामी और ट्रिस्टन स्टब्स की बल्लेबाजी इस बात पुख्ता सबूत है।
कोच गौतम गंभीर पर भारी दबाव
भारत की हार पर सबसे ज्यादा आलोचना गौतम गंभीर की हो रही है। बतौर कोच गंभीर अपने घर में विफल हो गए हैं। भारत को न्यूजीलैंड के बाद अब साउथ अफ्रीका से घरेलू सीरीज में सीरीज हार का जख्म झेलना पड़ा है। गंभीर की कोचिंग में भारत के टेस्ट परफॉर्मेंस में गिरावट आई है। गंभीर की कोचिंग में टीम को जीत से ज़्यादा हार मिली है। भारत बार-बार 300 से ज़्यादा का स्कोर बनाने में नाकाम रहा है। यह गिरावट विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से हाल ही में रिटायरमेंट के बाद आई है। ये दो दिग्गज खिलाड़ी हैं, जिन्होंने एक दशक से ज़्यादा समय तक भारत की बैटिंग लाइनअप को संभाला था।