गोकुलम गोपालन 
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‘एल2: एम्पुरान’ के निर्माता की चिटफंड कंपनी ने फेमा कानून का उल्लंघन किया : ईडी

नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को दावा किया कि विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन के आरोप में मलयालम फिल्म ‘एल2: एम्पुरान’ के निर्माताओं में से एक गोकुलम गोपालन के स्वामित्व वाली चिटफंड कंपनी के परिसरों पर मारे गये छापे के दौरान 1.5 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गयी है।

शनिवार को समाप्त हुई छापे की कार्रवाई

ईडी ने बताया शुक्रवार को शुरू की गयी छापे की कार्रवाई शनिवार को समाप्त हुई। यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत केरल के कोझिकोड में एक स्थान और तमिलनाडु के चेन्नै में दो स्थानों पर श्री गोकुलम चिट्स एंड फाइनेंस कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के आवासीय और व्यावसायिक परिसरों पर की गयी। तलाशी के दौरान डेढ़ करोड़ रुपये नकद और फेमा का उल्लंघन करने का संकेत देने वाले आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किये गये।

कंपनी की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी

ईडी के आरोपों पर गोपालन या उनकी कंपनी की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी। यह जांच ऐसे समय में की जा रही है जब पृथ्वीराज-मोहनलाल टीम की तीन फिल्मों की शृंखला के तहत ‘लूसिफर’ का दूसरा भाग ‘एल 2: एम्पुरान’ दक्षिणपंथी राजनीति की आलोचना करने तथा गुजरात दंगों के अप्रत्यक्ष उल्लेख के कारण विवाद में रहा है।

‘एल2: एम्पुरान’ सियासी बहस का विषय

मलयालम सिनेमा की सबसे महंगी फिल्मों में से एक मानी जाने वाली ‘एल2: एम्पुरान’ 27 मार्च को रिलीज हुई थी और दक्षिणपंथी राजनीति की आलोचना तथा 2002 के गुजरात दंगों के परोक्ष उल्लेख के कारण जल्द ही यह सियासी बहस का विषय बन गयी। फिल्म के अन्य निर्माता क्रमशः आशीर्वाद सिनेमाज और लाइका प्रोडक्शंस के बैनर तले एंटनी पेरुम्बवूर और सुबास्करन हैं। इस फिल्म में एक अन्य निर्माता एंटनी पेरुम्बवूर ने इस महीने की शुरुआत में कोच्चि में संवाददाताओं से कहा था कि विवाद के बाद फिल्म से दो मिनट से अधिक के दृश्य हटा दिये गये हैं।

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