नई दिल्ली - यूट्यूबर समय रैना के शो 'इंडियाज़ गॉट लेटेंट' में की गई विवादित टिप्पणी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया की पैरवी पूर्व मुख्य न्यायाधीश (सीजेआइ) डीवाई चंद्रचूड़ के बेटे अभिनव चंद्रचूड़ कर रहे हैं। रणवीर ने देश के विभिन्न हिस्सों में दर्ज एफआईआर से राहत पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील की है। अभिनव वर्तमान में बॉम्बे हाई कोर्ट में वकालत कर रहे हैं और उन्होंने 2008 में गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, मुंबई से एलएलबी और बीएलएस की डिग्री प्राप्त की है।
अभिनव ने हार्वर्ड, स्टैनफोर्ड से की पढ़ाई
उन्होंने 2009 में हार्वर्ड लॉ स्कूल से एलएलएम की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल से जेएसएम और जेएसडी की डिग्रियां भी हासिल की। उन्हें फ्रैंकलिन फैमिली स्कॉलर के रूप में सम्मानित किया गया है। इसके अलावा, उन्होंने कई किताबें लिखी हैं, जिनमें सुप्रीम व्हिस्परर्स: कन्वर्सेशन्स विद जजेज ऑफ द सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया 1980-1989 और रिपब्लिक ऑफ रेटोरिक: फ्री स्पीच एंड द कंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया शामिल हैं। उनके कई लेख भी विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
पिता के सीजेआई रहते सुप्रीम कोर्ट में एक भी केस नहीं लड़ा
जब उनके पिता डी.वाई. चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश थे, तब अभिनव चंद्रचूड़ ने कभी भी सुप्रीम कोर्ट में किसी मामले में वकालत नहीं की। डी.वाई. चंद्रचूड़ 2016 में सुप्रीम कोर्ट के जज बने थे, और इस पूरे आठ साल और छह महीने के समय में अभिनव चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट में कोई केस नहीं लड़ा।
क्या है इंडिया गॉट लेटेंट विवाद?
कॉमेडियन समय रैना के शो इंडिया गॉट लेटेंट में यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया, जो बीयर बाइसेप्स के नाम से मशहूर हैं, गेस्ट के तौर पर शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने एक कंटेस्टेंट से एक आपत्तिजनक सवाल पूछा था, जो अश्लील और नैतिक रूप से गलत था। इस वजह से रणवीर को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया।मामला वायरल होने के बाद यह तूल पकड़ गया और उनके खिलाफ कई शिकायतें और एफआईआर दर्ज की गईं। इसके बाद पुलिस ने शो के मेकर्स और गेस्ट को समन भेजकर तलब किया था।