सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : आपदा तैयारियों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए श्री विजयपुरम में अंडमान और निकोबार अग्निशमन और आपातकालीन सेवा प्रशिक्षण केंद्र के सम्मेलन हॉल में ढही संरचना खोज और बचाव तथा मेडिकल फर्स्ट रिस्पॉन्डर पर पांच दिवसीय गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण अग्निशमन और आपातकालीन सेवा विभाग के कर्मियों के लिए आयोजित किया गया था, जो द्वीप समूह में किसी भी आपदा के दौरान सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाले होते हैं। क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र, चौथी बटालियन, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), पोर्ट माउंट की एक विशेषज्ञ टीम द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिए गए। इसका उद्देश्य आपदाओं के तुरंत बाद आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करने में अग्निशमन सेवा कर्मियों की तैयारी और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाना था। अधिकतम पहुंच और जुड़ाव सुनिश्चित करते हुए ऑफलाइन और वर्चुअल मोड के माध्यम से कार्यक्रम में अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के 80 से अधिक कर्मियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। प्रशिक्षण में आवश्यक जीवन रक्षक तकनीकों, नवीनतम खोज और बचाव विधियों, जिसमें ढही हुई इमारतों में पीड़ितों का पता लगाना और उन्हें निकालना, गंभीर परिस्थितियों में प्राथमिक चिकित्सा सहायता प्रदान करना और बड़े पैमाने पर आपात स्थितियों के दौरान समन्वय करना शामिल है। समापन समारोह के दौरान एसपी सनी गुप्ता ने मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाई। प्रतिभागियों ने भी अपनी प्रतिक्रिया साझा की, जिसमें उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण ने उनके परिचालन ज्ञान और व्यावहारिक कौशल को बहुत मजबूत किया है, जो वास्तविक समय की आपदा परिदृश्यों में अमूल्य साबित होगा। कार्यक्रम का समापन एनडीआरएफ टीम के समर्पित प्रयासों के सम्मान समारोह के साथ हुआ, जिसके बाद प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में उनकी उत्साही भागीदारी के लिए मुख्य अतिथि और सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया गया। एनडीआरएफ और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा विभाग के बीच यह सहयोगात्मक प्रयास, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में एक लचीले और आपदा-तैयार समुदाय के निर्माण के प्रति पुलिस विभाग की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।