नई दिल्ली - पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने 11 मार्च मंगलवार को अशांत बलूचिस्तान राज्य में बलूचिस्तानी विद्रोहियों के जरिए ट्रेन में बंधक बनाए गए 155 यात्रियों को छुड़ा लिया है। इसके साथ ही सुरक्षा बलों ने 27 विद्रोहियों को भी मार गिराया है।
अधिकारियों ने अपने बयान में बताया कि नौ डिब्बों में लगभग 500 यात्रियों को लेकर जाफर एक्सप्रेस क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी। रास्ते में विद्रोहियों ने ट्रेन पर हमला कर दिया। अब जाकर ट्रेन पर हमले का पहला वीडियो सामने आया है।
क्या कहना है बचाय गए लोगों का ?
सुरक्षा बलों द्वारा बचाय गए एक शख्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, 'हम 9 बजे क्वेटा स्टेशन के प्लेटफॉर्म से निकले और तकरीबन 1 बजे हमें एक धमाके की आवाज सुनाई दी।जिसके बाद हम अपनी हिफाज़त के लिए नीचे छिप गए थे।'
शख्य ने आगे बताया कि, 'इसके बाद से फायरिंग शुरू हो गई थी और थोड़ी ही देर बाद विद्रोही हमारे डिब्बे में आ गए। उन्होंने हमें डिब्बे से निकाला और बोला कि आपके साथ हम कुछ भी नहीं करेंगे और ना ही उन्होंने हमारे साथ कुछ किया।' मुसाफिर ने बताया कि हमारे साथ बुजुर्ग और बच्चे सब थे लेकिन उन्होंने किसी भी तरह की छेड़खानी नहीं की। यहां तक कि फेमिली वालों को उन्होंने सीधे जाने दिया था।
काफी समय से बंद थी रेल सेवा
वर्ष 2024 के अक्टूबर में पाकिस्तान रेलवे ने डेढ़ महीने से ज्यादा समय के निलंबन के बाद क्वेटा और पेशावर के बीच यात्रा करने वाले लोगों को लिए इस ट्रेन को शुरू किया था। पिछले 1 साल में इस इलाके में हमलों में काफी इजाफा देखा गया है। वर्ष 2024 के नवंबर में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुए आत्मघाती धमाके में 26 लोगें की मौत हो गई थी इसके साथ ही 60 से अधिक लोग घायल भी हो गए थे।