कोलकाता : रविवार की देर रात बालीगंज थानांतर्गत शरत बोस रोड स्थित एक होटल मंगलम में भयावह आग लग गयी। आग होटल के चौथे तल्ले के कमरे में लगी थी। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंंचे दमकल के तीन इंजनों ने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस बीच होटल के अंदर फंसे 50 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। सोमवार की दोपहर फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल से नमूने संग्रह किये। सूत्रों के अनुसार होटल में जब आग लगी तो वहां मौजूद फायर अलार्म ने काम नहीं किया। आग बुझाने के दौरान एक दमकल कर्मी बीमार हो गया। घायल दमकल कर्मी मो.जलालुद्दीन को एसएसकेएम से प्राथमिक इलाज के बाद छोड़ दिया गया।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार रविवार को एक परिवार की तरफ से होटल मंगलम के सभी 24 कमरे बुक किये गये थे। सोमवार को होटल में ठहरे परिवार के सदस्य की शादी महानगर के नामी बैंक्वेट होटल में होने वाली थी। रविवार की सुबह ही होटल के 24 कमरों में से 23 कमरे में करीब 40 से अधिक लोग ठहरे थे। इसके अलावा रात के वक्त होटल के 10 से 12 कर्मी भी मौजूद थे। रात एक बजे होटल के चौथे तल्ले पर अचानक आग लग गयी। होटल में आग लगने की खबर मिलते ही सभी कमरों से लोग बाहर निकल आये। होटल कर्मियों ने भी वहां ठहरे लोगों को बाहर निकलने में काफी मदद की। आग लगते ही घटना की सूचना पुलिस और दमकल को दी गयी। मौके पर पहुंचे दमकल के तीन इंजनों ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। दमकल अधिकारियों का प्राथमिक अनुमान है कि वहां पर आग संभवत: एसी मशीन में हुई शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। वहीं दूसरी तरफ आग लगने की घटना के बाद होटल के अग्निशमन व्यवस्था पर सवाल उठे हैं। आखिर क्यों आग लगने पर होटल के अग्निशम व्यवस्था ने काम नहीं किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार दमकल विभाग की शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच की जाएगी। फॉरेसिंक रिपोर्ट आने के बाद ही होटल में आग लगने के सही कारणों का पता चल सकेगा। यहां उल्लेखनीय है कि कुछ महीने पहले बड़ाबाजार के ऋतुराज होटल में लगी आग की घटना में 14 लोगों की मौत हो गयी थी। उस समय भी होटल के अग्निशमन सिस्टम ने काम नहीं किया था।