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भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले इंग्लैंड ने दो लोगों को किया बाहर

भारत और इंग्लैंड अगले महीने से टेस्ट सीरीज में आमने-सामने होंगे

नई दिल्ली - भारतीय क्रिकेट टीम अगले महीने इंग्लैंड का दौरा करने वाली है, जहां वह 20 जून से शुरू हो रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। इस अहम सीरीज से करीब एक महीने पहले इंग्लैंड ने एक बड़ा कदम उठाया है। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने अपने दो डेटा एनालिस्ट, फ्रेडी वाइल्ड और नाथन लेमन को टीम से हटा दिया है। इंग्लैंड के मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों को आंकड़ों की बजाय अपने अनुभव और सहज ज्ञान पर भरोसा करना चाहिए। हेडिंग्ले में 20 जून से शुरू हो रही इस सीरीज के साथ ही इंग्लैंड की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र की शुरुआत भी हो रही है, और इस फैसले को टीम के काम करने के तरीके में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।

डेटा एनालिस्ट नहीं होंगे टीम का हिस्सा

सूत्रों के अनुसार, इंग्लैंड क्रिकेट टीम अपनी रणनीति में डेटा एनालिटिक्स की भूमिका को सीमित करने जा रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सीनियर डेटा एनालिस्ट नाथन लेमन और लिमिटेड ओवर्स के एनालिस्ट फ्रेडी वाइल्ड अब टीम का हिस्सा नहीं होंगे। दोनों एनालिस्ट इस महीने के अंत में वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली वनडे और टी20 सीरीज में भी टीम के साथ नजर नहीं आएंगे। गौरतलब है कि इसी सीरीज में हैरी ब्रूक पहली बार इंग्लैंड की सीमित ओवरों की टीम की कप्तानी संभालने जा रहे हैं।

खिलाड़ियों को विश्लेषकों से सलाह लेने की छूट

ब्रैंडन मैकुलम का मानना है कि डेटा पर आधारित रणनीति टी20 क्रिकेट में भले ही प्रभावी हो, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों को अपने अनुभव और मैदान पर मौजूद हालात के अनुसार फैसले लेने चाहिए। उनका यह भी कहना है कि सपोर्ट स्टाफ की संख्या सीमित रखने से ड्रेसिंग रूम का माहौल ज्यादा सहज और अनौपचारिक बना रहता है। हालांकि, इंग्लैंड के खिलाड़ियों को यह छूट जरूर दी गई है कि वे व्यक्तिगत रूप से एनालिस्ट्स से सलाह ले सकते हैं, लेकिन टीम के स्तर पर फैसले लेने में अंतर्ज्ञान और मैदान की स्थितियों को प्राथमिकता दी जाएगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम के खिलाफ इंग्लैंड की यह बदली हुई रणनीति कितना असर दिखा पाती है।

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