सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : दक्षिण अंडमान जिला परिषद के अध्यक्ष प्रकाश अधिकारी ने मंगलवार को गुप्तपाड़ा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। उनके साथ एपीडब्ल्यूडी (APWD) के अधीक्षण अभियंता (सीसी-1) तेज बहादुर, राजस्व विभाग, कृषि विभाग तथा आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के अधिकारी मौजूद थे। टीम ने शीतला मंदिर के पास के उस स्थान का विस्तृत सर्वेक्षण किया, जहाँ पिछले कई महीनों से लगातार बाढ़ आने की शिकायतें मिल रही थीं।
स्थानीय निवासियों और किसानों ने अधिकारियों को बताया कि हल्की बारिश होने पर भी क्षेत्र में पानी जमने लगता है, जिससे घरों में नमी, दीवारों को नुकसान, रास्तों के बाधित होने और फसलों के जलभराव की समस्या पैदा हो जाती है। कई परिवारों को बारिश के मौसम में आवागमन में कठिनाई होती है और बच्चों की स्कूल उपस्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। किसानों ने बताया कि जलभराव से उनके बागान और फसलें सड़ने लगती हैं, जिससे आर्थिक नुकसान बढ़ता जा रहा है। निरीक्षण के दौरान टीम ने बाढ़ की पुनरावृत्ति के प्रमुख कारणों की पहचान की। प्राथमिक रूप से यह पाया गया कि क्षेत्र में जलनिकासी की उचित व्यवस्था नहीं है। नालों के अवरुद्ध होने, जल बहाव के लिए पर्याप्त ढलान न होने और वर्षों से रख-रखाव की कमी के कारण बारिश का पानी जमा हो जाता है। कुछ इलाकों में अतिक्रमण के कारण भी स्वाभाविक जलमार्ग बाधित हो रहा है। अधिकारियों ने इन सभी कारकों का बारीकी से अध्ययन किया और आवश्यक सुधारात्मक उपायों पर चर्चा की। बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि एपीडब्ल्यूडी तथा आपदा प्रबंधन विभाग मिलकर तत्काल प्रभाव से ड्रेनेज सिस्टम के सुधार, अवरुद्ध नालियों की सफाई, जल निकासी मार्ग के पुनर्विन्यास और आवश्यकतानुसार अस्थायी जलनिकासी पम्पिंग की व्यवस्था करेंगे। साथ ही, राजस्व विभाग को निर्देश दिया गया कि वे संभावित अतिक्रमणों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई करें, ताकि बारिश के पानी का प्रवाह बाधित न हो।
अध्यक्ष प्रकाश अधिकारी ने क्षेत्रवासियों को आश्वस्त किया कि बाढ़ से राहत दिलाने के लिए सभी विभागों के बीच समन्वय बढ़ाया जाएगा और कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला परिषद का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा, संपत्ति की रक्षा और कृषि गतिविधियों को बिना बाधा जारी रखना है। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि समस्या का स्थायी समाधान करने के लिए लंबी अवधि की परियोजनाओं जैसे विस्तृत ड्रेनेज प्लान, पानी की दिशा बदलने के लिए चैनल निर्माण और मानसून से पहले रखरखाव को प्राथमिकता दी जाए।
स्थानीय नागरिकों ने जिला अध्यक्ष और अधिकारियों का धन्यवाद करते हुए आशा जताई कि जल्द ही बाढ़ की समस्या का समाधान हो जाएगा और आने वाले मौसम में क्षेत्र को राहत मिलेगी।