कोलकाता: महानगर के प्रसिद्ध दुर्गोत्सवों में से एक चेतला अग्रणी क्लब की पूजा हमेशा बड़ी भीड़ को आकर्षित करती है। इस बार भी मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के इस पंडाल में भारी भीड़ उमड़ी, जिसमें लगभग 3 लाख 89 हजार 710 लोग शामिल हुए। भीड़ और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष आयोजकों ने पहली बार कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित निगरानी प्रणाली लागू की है।
पूजा समिति के सूत्रों के अनुसार, पंडाल के अंदर-बाहर कुल 16 कैमरे लगाए गए हैं, जो केवल लाइनों में लगे लोगों की गति पर नहीं बल्कि पूरे पंडाल की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। किसी भी समस्या के तुरंत सामने आने पर संबंधित अधिकारियों को सूचना पहुंचा दी जाती है। इस तकनीक से भीड़ नियंत्रण, आपातकालीन चिकित्सा सहायता समेत कई मामलों में त्वरित कार्रवाई संभव हो पाई है।
षष्ठी की रात तक 71 प्रतिशत दर्शकों की आयु 11 से 51 वर्ष के बीच थी। सबसे कम समय में देवीदर्शन करने के लिए लगभग 55 मिनट लगे, जबकि भीड़ की वजह से लाइन में औसतन 1 घंटा 54 मिनट इंतजार करना पड़ा। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी सामने आईं, जहां 19 दर्शक अस्वस्थ हुए, लेकिन सभी को औसतन 17 मिनट के भीतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई।
आयोजकों का कहना है कि एआई आधारित निगरानी से सुरक्षा और सुविधा दोनों बेहतर हुई हैं। सप्तमी से लेकर दशमी तक लाखों लोग इस पंडाल में आने वाले हैं, जिससे सुरक्षा और बेहतर बनाए रखने के लिए यह तकनीक और भी महत्वपूर्ण साबित होगी।