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देश में कोरोना के सक्रिय मामले बढ़कर 1828 हुए, 15 मौतें

गुजरात में 1 दिन के नवजात की रिपोर्ट पॉजिटिव, 8 महीने की बच्ची ऑक्सीजन सपोर्ट पर

नयी दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी के चलते संक्रमित लोगों की संख्या शुक्रवार को 1828 पहुंच गयी। महाराष्ट्र, कर्नाटक और राजस्थान जैसे राज्यों में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं 6 राज्यों में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा 6 मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं। अहमदाबाद में एक दिन के नवजात को भी कोरोना हुआ है, जिसे आईसीयू में रखा गया है।

महाराष्ट्र में 425, केरल में 430 सक्रिय मामले

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में 425 सक्रिय मामले है और 7 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा मामले मुंबई (27), पुणे (21) और ठाणे (12) में सामने आये हैं। केरल में सक्रिय मामले बढ़कर 430 हो चुके हैं जिनमें 2 संक्रमितों की मौत हो गयी है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया कि यहां ओमिक्रॉन जेएन वैरिएंट और एलएफ.7 जैसे नये वेरिएंट मिल रहे हैं। कर्नाटक: 126 सक्रिय मामले और 2 मौतें हो चुकी हैं।

चंडीगढ़ में कोविड-19 से इस साल की पहली मौत

बेलगावी में एक बुजुर्ग की मौत हुई है, जिन्हें पहले से अन्य बीमारियां थीं। उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 2-2 मौतें हुई हैं। राजस्थान में जयपुर में सबसे ज्यादा 9 मामले सामने आये हैं। मध्य प्रदेश में अब तक 1 मौत हुई है और कुल 9 सक्रिय मामले हैं। चंडीगढ़ में इस साल की पहली कोविड-19 से मौत हुई है। हरियाणा के फिरोजाबाद के 40 वर्षीय शख्स की जान चली गयी और उनके बच्चों का टेस्ट भी पॉजिटिव आया है। गुरुग्राम में 10 नये मामले मिले हैं और प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।

जेएन.1 सबसे आम वैरिएंट

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि भारत में 4 नये कोरोना वैरिएंट- एलएफ.7, एक्सएफजी3, जेएन.1, एनबी.1.8.1 मिले हैं। इनमें जेएन.1 सबसे आम वैरिएंट है और टेस्टिंग में आधे से ज्यादा सैंपल में यही पाया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी इन्हें खतरे की श्रेणी में नहीं रखा है लेकिन निगरानी जरूर जरूरी है। एनबी.1.8.1 जैसे वैरिएंट्स में ऐसे म्यूटेशन पाये गये हैं जो तेजी से फैलते हैं और शरीर में बनी रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) पर असर डाल सकते हैं हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की ज़रूरत नहीं है लेकिन सतर्क रहना बहुत जरूरी है। बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग खास ध्यान रखें। मास्क पहनें, भीड़भाड़ से बचें और अगर लक्षण दिखें तो टेस्ट जरूर करायें।

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