कोलकाता : आज के समय में ठगी के कई नये नये तरीके सामने आ रहे हैं। उपभोक्ता कब कैसे इसका शिकार हो जाता है कई बार यह समझने में समय लग जाता है। कैसे इससे बचा जाये और अगर ठगी हुई भी है तो कैसे अपने अधिकारों के बारे में उपभोक्ता जागरूक रहें इसके लिए लगातार उपभोक्ता विभाग द्वारा कार्यक्रम किये जा रहे हैं। वर्तमान में साइबर फ्रॉड सबसे ज्यादा चिंता का विषय बन गया है। कई बार मामले चौंकाने वाले होते हैं। राज्य के उपभोक्ता मामलों का विभाग साइबर फ्रॉड से बचने के भी गुर सीखा रहा है। जागरूकता कार्यक्रम का विस्तार करते हुए हाउसिंग कॉम्प्लेक्स से लेकर मार्केट्स तक में कार्यक्रम किये जा रहे हैं। हर वर्ग के साथ ही खासकर स्टूडेंट्स को विशेष रूप से कार्यशाला के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। स्कूल कॉलेजों में अलग - अलग कार्यक्रम होते हैं।
विभाग द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक उपभोक्ताओं को उनके अधिकार के प्रति जागरूक करने के लिए आये दिन विभिन्न स्तरों पर कार्यक्रम होते हैं। इनमें बड़े रूप में मार्केट्स, हाउसिंग कॉम्प्लेक्स, शिक्षण संस्थान आदि शामिल हैं। कोलकाता से लेकर जिलों के स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम किये जा रहे हैं। इनमें साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूकता, अगर कोई सामान खरीदा है और वह खराब है या फिर ठगी का शिकार हुए हैं तो इसके बाद क्या करना चाहिए कैसे समस्या का समाधान होगा, इन सभी के बारे में कार्यक्रम में बताया जा रहा है। हाल में ही कलिम्पोंग के वुमेंस कॉलेज कंज्यूमर अवेयरनेस व साइबर क्राइम के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम किये गये। नारायणपुर में विवेकानंद विद्यालय, मध्यमग्राम में कंज्यूमर असिस्टेंस बूथ में विभिन्न माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया।